Jaipur Literature Festival 2024: राजस्थान की राजधानी जयपुर में पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया गया है, जिसमें अब तक बंगाली लेखक मनोरंजन व्यापारी, कांग्रेस नेता और लेखक मणि शंकर अय्यर, कांग्रेस नेता सचिन पायलट समेत कई बड़े नेता और साहित्यकार शामिल हो चुके हैं. फेस्टिवल में देश नहीं विदेश के भी कई वक्ता अपनी राय रख रहे हैं. इसी कड़ी में लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन प्रसिद्ध गीतकार गुलजार का सेशन हुआ. 


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गुलजार ने भारत-पाक विभाजन की यादों का किया जिक्र
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन लेखक यतीन्द्र मिश्रा की ओर से गुलजार की ऑटोबायोग्राफी गुलजार साहब पर सत्य सरन के साथ संवाद हुआ. संवाद के दौरान गुलजार ने भारत-पाक विभाजन की यादों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मैंने 9-10 साल की उम्र में वो ट्रेजडी देखी है. मुझे उस वक्त कुछ समझ नही आया कि किस तरह मेरे साथ पढ़ने वाले लड़के को मारा गया, सब्जी मंडी रोड पर लोगों को जलाया गया, लेकिन बुजुर्गों की बातें सुनकर लग रहा था जो भी हुआ वह सही नहीं है. 



पाकिस्तान को लेकर गुलजार ने सुनाया ये नगमा 
गुलजार ने कहा कि पार्टिशन का जो मंजर देखा था वो मेरी इस जिंदगी में कभी उतर नहीं सकता. छोटी उम्र के बच्चें को जलाने की वो बदबू आज मेरे जेहन में है. गीतकार गुलजार ने इस दौरान पाकिस्तान को लेकर एक नगमा भी सुनाया. उन्होने कहा कि पाकिस्तान मुझे पडौसी लगता है या दूसरा कमरा लगता है या मेरे कमरे की दूसरी खिडकी लगता है पाकिस्तान मेरे इस कदर पास लगता है. 



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