आंबागढ़ में भगवा ध्वज उतारने और फाड़ने के मामले में विधायक रामकेश मीणा ने दी यह सफाई
रामकेश ने मीडिया में आई आंबागढ़ में पौधारोपण की ख़बरों के आधार पर अग्रवाल समाज सेवा ट्रस्ट और सर्व समाज हिन्दू महासभा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग दुर्ग पर कब्जा करना चाहते थे.
Jaipur: राजधानी के आंबागढ़ में भगवा ध्वज उतारने और फाड़ने के मामले में निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा (Ramkesh Meena) ने अब अपनी सफाई दी है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan: विधायक की अगुवाई में धर्म ध्वजा हटाने का मामला गरमाया, हिंदुओं में आक्रोश
रामकेश ने कहा कि जिन लोगों ने झंडा लगाया उन्होंने ही उसे उतारा है. ध्वज फटने के मामले पर उन्होंने कहा कि इसमें किसी की कोई गलती नहीं है. इसके साथ ही रामकेश ने हिन्दूवादी संगठनों (Hindu Organisations) और कुछ अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीणा समाज की इस जगह पर कब्जा होने की आशंका थी, जिसके चलते ही वे झंडा हटवाने पहुंचे थे.
यह भी पढ़ें- RAS Result 2018 में इंटरव्यू मसले के बाद आया नया विवाद, कास्ट सर्टिफिकेट पर मचा बवाल
रामकेश ने कहा कि आरएसएस के लोग अभी भी मीणा समाज को दबाना चाहता है और वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो उनकी भावनाओं के साथ हैं. गंगापुर विधायक ने कहा कि वे इस मामले में आंबागढ़ में झंडा लगाने वाले लोगों के खिलाफ़ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे. आंबागढ़ में लगे ध्वज को कानूनी तरीके से उतारे जाने की संभावनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले कानून के बाहर जाकर उन लोगों ने काम किया जिन्होंने झण्डा लगाया था. रामकेश बोले कि झंडा लगाने वालों ने अपनी गलती भी मानी थी.
रामकेश मीणा ने दी यह सफाई
इसके साथ ही रामकेश ने आंबागढ़ में नई मूर्तियां और झंडा लगाने वालों पर पुरानी मूर्तियां तोड़ने का आरोप भी लगाया. रामकेश ने मीडिया में आई आंबागढ़ में पौधारोपण की ख़बरों के आधार पर अग्रवाल समाज सेवा ट्रस्ट और सर्व समाज हिन्दू महासभा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग दुर्ग पर कब्जा करना चाहते थे.
रामकेश मीणा ने अपनी सफ़ाई देते हुए कहा कि उनके राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ का कोई भी व्यक्ति झंडा उतारने और उसे फाड़ने में शामिल नहीं था.