Jaipur News: राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट में कृषि विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण होगी. कृषि एवं संबद्ध विभागों के अब तक 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश के एमओयू हो चुके हैं. वहीं सरकार 1 साल की उपलब्धियों को लेकर 13 दिसंबर को किसान सम्मेलन भी आयोजित करने जा रही है. 

 

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का उद्देश्य है देश-विदेश की छोटी-बड़ी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेट्स और निवेशकों को राज्य में आकर काम करने का निमंत्रण देना. इसमें कृषि विभाग और सम्बद्ध विभागों के अधिकारी भी जोरशोर से जुटे हुए हैं. प्रयास है कि कृषि व समबद्ध सेक्टर में अधिक से अधिक निवेश कर कृषकों व पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी करना.

 

कृषि और संबद्ध विभागों की राइजिंग राजस्थान की प्री समिट 24 अक्टूबर को की जा चुकी है और अब तक 22 हजार करोड़ से अधिक के 2350 निवेशकों के साथ एमओयू हो चुके हैं. राजस्थान में हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. राइजिंग राजस्थान समिट का 9 दिसंबर को उद्घाटन सत्र होगा. इसके बाद 10 दिसंबर को एग्रीकल्चर सेक्टर की सेक्टोरल समिट भी होगी. कृषि और संबद्ध विभागों की यह सेक्टोरल समिट 10 दिसंबर को शाम 4 बजे जेईसीसी के हॉल में होगी.

 

राइजिंग राजस्थान समिट के बाद राज्य सरकार किसानों से जुड़ा एक बड़ा सम्मेलन भी आयोजित करने जा रही है. 1 साल की उपलब्धियों को गिनाने के लिए बड़े स्तर पर किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. 13 दिसंबर को सम्मेलन में एग्री स्टेक के माध्यम से किसानों का सीकर जिले से पंजीकरण शुरू होगा. प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक नर्सरी और 150 बीज बैंक की स्थापना के लिए स्वीकृति दी जाएगी. आमेट, उनियारा, सिवाना व पीपाड़ तहसीलों के सर्वे बाद जमाबंदियों को ऑनलाइन किया जाएगा.

 

किसान सम्मेलन में 3.25 लाख पशुपालकों को 5 रुपए प्रति लीटर अनुदान के 200 करोड़ रुपए का भी हस्तांतरण होगा. इस दौरान 1 हजार नए डेयरी बूथ का आवंटन, 1 हजार दुग्ध संकलन केन्द्र और 200 बीएमसी शुरू की जाएंगी. वहीं 100 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौ काष्ठ मशीन भी उपलब्ध कराई जाएंगी. कुलमिलाकर राइजिंग राजस्थान और किसान सम्मेलन दोनों में ही किसानों के लिए नई सौगातें मिल सकेंगी.