Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव के नामांकन दाखिल करने का आज अंतिम दिन है. कांग्रेस की ओर से एक दिन पहले ही सोनिया गांधी ने नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि भाजपा की ओर से बनाए गए दोनों उम्मीदवार मदन राठौड़ और चुन्नीलाल गरासिया आज राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन करेंगे.  


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विधानसभा में नामांकन दाखिल करते वक्त राठौर और गरासिया के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी सहित तमाम पार्टी के मंत्री और वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. हालांकि अब तक चौथा उम्मीदवार मैदान में नहीं होने से तीनों सीटों पर निर्विरोध चुनाव होना तय माना जा रहा है.


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बीजेपी ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को ही दो उम्मीदवार घोषित कर दिए थे, जिसमे चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ को उम्मीदवार बनाया है. राजस्थान में राज्यसभा के लिए तीन सीटों के लिए चुनाव होना है. अब तक चौथा उम्मीद नही होने की स्थिति में दो सीट पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है. बीजेपी ने दोनों उम्मीदवारों को टिकट देकर आदिवासी और ओबीसी को लोकसभा चुनाव के लिहाज से साधा है. पाली जिले के रहने वाले मदन राठौड़ मूल ओबीसी है, दो बार 2003 और 2013 में सुमरेपुर से विधायक रहे थे. 2013 में उपमुख्य सचेतक भी रहे. वहीं


वहीं चुन्नी लाल गरासिया मूल रूप से डूंगरपुर के बिलुडा गांव के रहने वाले हैं, आदिवासी अंचल से आने वाले गरासिया को पार्टी ने उम्मीद बना कर मूल आदिवासी वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की है. माना जा रहा है कि पार्टी को इसका लोकसभा चुनाव में बड़ा लाभ मिलने वाला है.   गरासिया ने 2018 और अगला 2023 के विधानसभा चुनाव में उदयपुर ग्रामीण और गोगुंदा से लेख विधायक के लिए दावेदारी की थी मगर दोनों जगह उन्हें टिकट नही मिला था.


इसलिए निर्विरोध निर्वाचन होगा
निर्वाचन विभाग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है, सुबह 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक विधानसभा में जमा किए जा सकते हैं. अब तक कांग्रेस की से सोनिया गांधी ने नामांकन दाखिल किया है. नामांकन पत्रों की संवीक्षा 16 फरवरी को विधानसभा के कमरा नं. 751 में होगी. अभ्यर्थी 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकेंगे, आवश्यक होने पर मतदान 27 फरवरी को प्रातः 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा. मतदान के बाद मतगणना इसी दिन सायं 5 बजे से होगी. हालांकि अब जिस तरह से तीन उम्मीद ही मैदान में दिखाई दे रहे उससे यह तय माना जा रहा है कि चौथा उम्मीद नहीं होने की स्थिति में मतदान नहीं होगा और 20 को नामांकन वापसी के समय समाप्ति के साथ तीनों उम्मीदवारों को जीत घोषित हो जाएगी.
वोटों की गणित के हिसाब से जोड़तोड़ संभव नहीं.


संख्या बल के हिसाब से बीजेपी दो और कांग्रेस के एक उम्मीदवार का जीतना तय माना जा रहा है. एक उम्मीदवार के लिए जीत के लिए 51 वोट चाहिए. कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं, ऐसे में उनके पास 19 वोट सरप्लस हैं. वहीं दूसरी ओर बीजेपी को दो प्रत्याशियों के लिए 102 वोट चाहिए, बीजेपी के पास 115 वोट और सात वोट निर्दलीयों के मिलकार 122 वोट हैं. यानी बीजेपी के पास 20 सरप्लस वोट है. इस स्थिति में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों से एक-दो प्रत्याशी के इतर उम्मीदवार उतारना संभव नहीं है. ऐसे में प्रत्याशियों का चुनाव निर्विरोध होने की पूरी संभावना है.