Jaipur News: नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार किया है. ईआरसीपी को लेकर राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि सीएम भ्रमित कर रहे हैं.


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ईआरसीपी को लेकर मुख्यमंत्री लगातार चार साल से झुंझुना बजा रहे हैं. सर्वदलीय बैठक हुई थी, उसमें मैंने ही प्रस्ताव दिया था कि 13 जिलों के लोगों को आप वास्तव में सिंचाई और पेयजल का पानी देने की बात करते हैं तो एक हाई पावर तकनीकी कमेटी को सीडब्ल्यूसी में भेज दें क्योंकि ईआरसीपी वेबकोट से 50 पतिशत वाटर उपलब्धता पर बनी है. मध्यप्रदेश शुरू से ऐतराज कर रहा है. 


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आज देश में 16 राष्ट्रीय परियोजना बनी, जिनमें कोई भी 50 प्रतिशत कम जल उपलब्धता से नहीं बनी है. पीएम ने कहा कहा था कि ईआरसपी और नदियों को इंटरलिंक योजना के रूप में संयुक्त रूप से बना कर दें, जिसे केंद्र सरकार मंजूरी देगी. इसके लिए 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार खर्च करेगी.


राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री राजस्थान विधानसभा में एक दिन ईआरसीपी पर पूरा दिन बहस कर लें. इससे धौलपुर और सवाई माधोपुर सिंचित एरिया जरूर बढ़ेगा. बाकी 11 जिलों में एक राजस्व रकबा तक सिंचित एरिया बढ़ेगा. इसका पता पड़ गया तो लोग सरकार से सवाल करेंगे . 13 जिलों के लोगों को भ्रमित करने का प्रयास है. विधानसभा बजट सत्र में प्रस्ताव लेकर आाए हम बहस के लिए तैयार हैं.


गहलोत और गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच ज़ुबानी तेज 
दूसरी ओर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच ज़ुबानी तेज हो गई है. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को गहलोत सरकार पर राज्य की कानून-व्यवस्था से लेकर झूठे वादे करने तक हमला बोला. शेखावत ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर तंज कसा कि राज्य के गृह विभाग में ताला लगाने की नौबत आ गई है.


भरतपुर में व्यापारी पर सरेआम फायरिंग की घटना पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि रोजाना राजस्थान गोलीबारी से छलनी हो रहा है और मुख्यमंत्री महोदय खुद को सुरक्षित करने में लगे हैं. ऐसा मुखिया कभी जनता की सुरक्षा नहीं कर सकता. राज्य के गृह मंत्रालय में ताला लगाने की नौबत आ गई है. भरतपुर में व्यापारी पर सरेआम फायरिंग की घटना इनकी विफलता की संख्या में एक और वृद्धि है.