Jaipur News: क्या भाजपा सरकार में अपने ही विधायक और कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो रहे. भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने सार्वजनिक रूप से बोलने पर यह सवाल उठ गया है. मुख्यमंत्री के सम्मान समारोह में आयोजित कार्यक्रम में गोपाल शर्मा ने कांग्रेस विधायक रफीक खान, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास व विधायक अमीन कागजी के इशारे पर काम होने के आरोप लगाए. 


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भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विदेश यात्रा से लौटने पर सम्मान समारोह के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया. समारोह के मंच से सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने सवाल उठाते हुए भाजपा के नेताओं को ही घेर लिया. विधायक ने इशारों में कांग्रेस पार्टी के विधायकों से मिलीभगत का आरोप लगाया.


विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि हम अपने सामने मीट की दुकानें देखेंगे. उनसे फैलने वाली महामारी देखेंगे और मीट की दुकान वालों से सौदेबाजी करेंगे. अगर हम शराब की अवैध दुकानें देखेंगे और रफीक खान से मिलने का काम करेंगे. रफीक खान, प्रताप सिंह खाचरियावास व कागजी के इशारे पर काम करेंगे तो भाजपा के सपने को साकार नहीं कर सकते.


इतना ही नहीं विधायक गोपाल शर्मा ने हम खुद को संघ का स्वयंसेवक व भारत माता का पुत्र बताते है, लेकिन क्या कही रिश्वत लेते हमारी जेब ढीली तो नहीं हो जाती. क्या भ्रष्टाचार करते समय हमारे हाथ कांपने लग जाते है ? क्या कांग्रेस के लगाए अफसरों से सांठगांठ करते हुए हमारा मन इसलिए नहीं कांपता कि उन्होंने कितना दर्द दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता ईमान्दार व कर्मठ रहेगा तो भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2147 तक कोई हिलाने वाला कोई नहीं है.


विधायक गोपाल शर्मा ने कांग्रेस नेताओं के साथ भाजपा नेताओं को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि रफीक खान पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है. प्रताप खाचरियावास के परिवार पर कई एफआईआर दर्ज है. अगर कार्रवाई नहीं होती है तो तकलीफ होती है. हम उन्हीं के साथ बैठते है. उनसे हाथ मिलाते है और उनकी कृपा से बने रहना चाहते है तो आप सोचिए की भारतीय जनता पार्टी तो रह सकती है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी से सिद्धांत नहीं रह सकते.