विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए BJP तैयार करेगी रणनीति, होगी बैठक
राजस्थान में बुधवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए सता पक्ष रणनीति तैयार करेगा. इसके लिए सत्र शुरू होने से एक दिन पहले भाजपा विधायक दल की बैठक में मंथन किया जाएगा. विपक्ष की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई, जिनमें विधानसभा सत्र को रणनीति बनेगी.
Jaipur News: प्रदेश में बुधवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए सता पक्ष रणनीति तैयार करेगा. इसके लिए सत्र शुरू होने से एक दिन पहले भाजपा विधायक दल की बैठक में मंथन किया जाएगा. विपक्ष की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई, जिनमें विधानसभा सत्र को रणनीति बनेगी. किस तरह से विपक्ष के सवालों के मजबूती के साथ जवाब देना है, विपक्ष के हंगामे की स्थिति में सत्ता पक्ष किस तरह से जवाब दे, इन सब को लेकर विधायक दल की बैठक में रणनीति बनेगी.
भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही 3 जुलाई से चलेगी. वहीं मुख्यमंत्री निवास पर आज विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश की जनता से जुड़ा हुआ बजट पेश किया जाएगा, वहीं विपक्ष के की ओर लगाए गए सवालों के जवाब भी कैबिनेट के मंत्रियों की ओर से तैयार करवाए गए है.
कांग्रेस ने अटकाए काम
बीजेपी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने 6 माह के कार्यकाल में ऐसे जनहित के कई फैसले कर दिए, जिन्हें पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अटकाने का कार्य किया. भाजपा पार्टी की ओर से विधानसभा चुनावों में जनता से किए वादों में से करीबन 50 फीसदी वादें भजनलाल सरकार ने इस अल्पकाल में पूरा करने का काम किया है. कांग्रेसी नेता भूल गए कि उनकी सरकार के कार्यकाल में पेपरलीक कर प्रदेश के 70 लाख युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड किया गया, महिलाओं पर अत्याचार के मामले में प्रदेश को देश में पहले नंबर पर पहुंचा दिया.
पेपर लीक माफियाओं पर नकेल कंसने के लिए एसआईटी का गठन
किसानों के साथ संपूर्ण कर्ज माफी का वादा कर उनकी जमीने नीलाम करने का काम किया. वहीं दूसरी ओर भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही पेपर लीक माफियाओं पर नकेल कंसने के लिए एसआईटी का गठन किया और 100 से अधिक पेपर माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचाया. कांग्रेस सरकार के राज में हर भर्ती कोर्ट में गई, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन भर्तियों पर कार्य करते हुए चयनितों को नियुक्ति पत्र देने का काम किया. भाजपा की भजनलाल सरकार के कार्याें को देखने के बाद विपक्ष के पास चर्चा के लिए कोई विषय बचा ही नहीं, ऐसे में वे बिना सार्थक सवाल के सदन की कार्यवाही को प्रभावित करेंगे.