राज्यसभा की एक रिक्त सीट के लिए उपचुनाव 3 सितंबर को, कांग्रेस के पास सीट बचाने की चुनौती
Rajasthan Politics News: राजस्थान में खाली हुई राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के लिए चुनौती भी होगी और उस चुनौती में कांग्रेस का पिछड़ना भी तय है. दरअसल राज्यसभा की जो सीट खाली हुई है वह अभी तक कांग्रेस के खाते में थी. कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल अब लोकसभा में निर्वाचित हो गए हैं. उनके निर्वाचन से खाली हुई सीट पर कौन चुना जाएगा, यह बड़ा सवाल है?
Jaipur News: राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट खाली होने के बाद निर्वाचन आयोग ने उप-चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. इस सीट पर 14 सितम्बर से नामांकन होंगे और ज़रूरी होने पर 3 सितम्बर को वोटिंग होगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के लोकसभा में चुने जाने के चलते यह सीट खाली हुई है. वेणुगोपाल का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल जून 2026 तक था. भारत निर्वाचन आयोग की तरफ़ से जारी कार्यक्रम में राज्यसभा की खाली हुई सीटों का ज़िक्र है. आयोग ने अलग-अलग राज्यों की कुल 12 सीटों के लिए कार्यक्रम जारी किया है.
कांग्रेस के लिए सीट बचाने की चुनौती
राजस्थान में खाली हुई राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के लिए चुनौती भी होगी और उस चुनौती में कांग्रेस का पिछड़ना भी तय है. दरअसल राज्यसभा की जो सीट खाली हुई है वह अभी तक कांग्रेस के खाते में थी. कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल अब लोकसभा में निर्वाचित हो गए हैं. उनके निर्वाचन से खाली हुई सीट पर कौन चुना जाएगा, यह बड़ा सवाल है? राज्यसभा के लिए वोटों के आंकड़े को देखें तो 200 सदस्यों की विधानसभा में 5 सीट खाली हैं और शेष में से 115 सीट बीजेपी के पास हैं. ऐसे में बहुमत बीजेपी के पास होने के चलते संभवतया कांग्रेस यहां अपना प्रत्याशी ही नहीं.
तारीख तय, लेकिन निर्विरोध होगा नये सांसद का निर्वाचन
आयोग की तरफ़ से जारी कार्यक्रम में नामांकन दाखिल करने से लेकर उसकी जांच और नाम वापसी के साथ ही वोटिंग की तारीख तक तय की गई है, लेकिन विधायकों की संख्या को देखते हुए निर्विरोध निर्वाचन होना लगभग तय है. निर्वाचन आयोग से तय कार्यक्रम के मुताबिक 14 अगस्त को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और 21 अगस्त तक नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे. 22 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी और नाम वापसी की आखिरी तारीख 27 अगस्त तय की गई है. अगर ज़रूरत हुई तो वोटिंग के लिए 3 सितम्बर का दिन तय किया गया है. हालांकि वोटिंग का दिन तो तय है, लेकिन राजस्थान विधानसभा में विधायकों की संख्या को देखते हुए लगता यही है कि इस बार निर्वाचन निर्विरोध होगा. यह सीट बीजेपी के खाते में जाना तय दिख रही है.
दो साल से भी कम होगा नये सदस्य का कार्यकाल
वेणुगोपाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य के रूप में साल 2020 में चुने गए थे. उनके निर्वाचन के समय भी कांग्रेस पार्टी ने अपनी एकजुटता दिखाने के लिए वोटिंग के लिए विशेष रणनीति बनाई थी. तब कांग्रेस के साथ ही समर्थक विधायकों की भी बाड़ेबंदी की गई थी. इस सीट पर वेणुगोपाल का कार्यकाल 21 जून 2026 तक था. लिहाजा इस सीट पर निर्वाचित होने वाले नये सदस्य का कार्यकाल दो साल से भी कम समय तक का होगा.
बीजेपी से पूनिया-राठौड़ प्रमुख दावेदार
राजस्थान से राज्य सभा की एक सीट खाली होने के बाद अब बीजेपी के प्रत्याशी को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं. इस सीट पर सबसे मजबूत दावा अभी तक तो पूर्व मन्त्री राजेन्द्र राठौड़ और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का माना जा रहा है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी नेतृत्व अपनी ज़रूरत और आगामी राजनीतिक समीकरण देखते हुए प्रत्याशी का नाम तय करेगा.
Reporter- Kamlesh Sharma