Jaipur News: चांदी की टकसाल इलाके में एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले युवक का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में उसने मकान पर कब्जा करने के मामले में जलदाय मंत्री महेश जोशी समेत कई लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है. दूसरी ओर इस मामले में सियासत शुरू हो गई है. 


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बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मामले को शर्मनाक बताते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सांसद मीणा ने कहा कि निक्कमी नकारा सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है.


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चांदी की टकसाल काले हनुमान मंदिर के पास रहने वाले राम प्रसाद (43) ने आज सुबह फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि घर से 200 मीटर दूर ही उसकी जमीन है. इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. घरवालों का कहना है कि आज सुबह राम प्रसाद जल्दी ही घर से निकल गया. घर से 200 मीटर दूर टी शॉप के पास एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पहुंचा. सुबह 5 बजे चौकीदार ऑफिस खोलने के बाद निकल गया था. उधर सुबह 6 बजे वहां निकल रहे एक ऑटो ड्राइवर ने शव लटका हुआ देखा. ऑटो ड्राइवर ने पुलिस को सूचना दी.


मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं
इधर सुसाइड से पहले राम प्रसाद मीणा ने एक वीडियो भी बनाया. करीब 58 सैकंड के वीडियो में उसने बताया- उसकी जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उसे मकान नहीं बनाने दिया जा रहा है. वीडियो में उसने कहा कि गिरधारी जी का मंदिर के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शरेटन के मालिक मुंजी टांक, देवा अवस्थी, पूर्व पार्षद लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने परेशान कर रखा है. आज मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं. किरोड़ी बाबा से प्रार्थना करता हूं कि मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं. धन्यवाद .


बताया जा रहा है कि राम प्रसाद की मां गुलाबी देवी और पत्नी सुमन मीणा बीमार रहती है. हर जगह शिकायत देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह यह कदम उठाने को मजबूर हुआ.


क्या कहना है परिजनों का
परिजनों का कहना है कि रामप्रसाद को अंदेशा था कि उनकी मौत के बाद पुलिस पूरे मामले को दबा देगी. इसलिए उन्होंने मरने से पहले वीडियो बनाकर बेटे-बेटियों को भेजा. पुलिस जब तक मोबाइल को अनलॉक करती और देखती. तब तक बात सभी तक वीडियो पहुंच गया. बेटे अंकित मीणा का आरोप है कि पापा खुद की जमीन पर मकान बनाना चाहते थे. महेश जोशी सहित कई लोग उन्हें मकान बनाने के लिए बार-बार रोकते थे. जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उनके घर के बाहर गार्ड लगा दिए थे. इससे काम नहीं करा सके. 


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इसे लेकर दादी शनिवार को महेश जोशी से मिली, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की. अंकित ने बताया कि जब तक पुलिस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज नहीं करेगी तब तक शव नहीं ले जाने देंगे. दूसरी ओर सुभाष चौक थाना सीआई रामफूल ने कहा कि वीडियो की जांच होगी. जांच में सामने आएगा कि किसने उन्हें परेशान किया है. राम प्रसाद ने क्यों फंदा लगाया. परेशानी का विषय बाद में पता चलेगा. यह जांच का विषय है. इन लोगों की कोई मांग नहीं है. ये चाहते हैं कि सरकार से कोई मदद हो जाए.


सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बताया शर्मनाक 
इधर राज्यसभा सांसद डॉ़. किरोड़ी लाल मीणा ने बयान जारी कर मामले को सरकार के लिए बताया शर्मनाक बताते हुए कहा कि सरकार के एक मंत्री से परेशान होकर एक गरीब आदमी को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा है. ऐसी नकारा और निक्कमी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है. जरूरी है कि सरकार रामप्रसाद मीणा के शोकमग्न परिवार को तुरंत सरकारी राहत उपलब्ध करवाएं और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए एक मिसाल पेश करे, जिससे मंत्री पद का दुरुपयोग कर रहे लोग बाज आए. मुख्यमंत्री इस ओर ध्यान दें कि प्रदेश में ऐसी शर्मनाक घटना की पुनरावृति न हो.