Jaipur: जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही देश भर में अन्य साइलेंट एयरपोर्ट की सूची में शामिल हो जायगा. जयपुर एयरपोर्ट पर अब यात्रियों को उनकी उड़ान की सुरक्षा जांच और बोर्डिंग से लेकर अन्य सभी तरह के एनाउंसमेंट सुनाई नहीं देंगे. जयपुर एयरपोर्ट 1 फरवरी से साइलेंट एयरपोर्ट बन जाएगा. पब्लिक एनाउंसमेंट का इस्तमाल अब सिर्फ यात्री सुरक्षा, आपातकाल की स्थिति और COVID प्रोटोकॉल घोषणाएं के लिए आवकश्यतानुसार किया जाएगा.
 
एक फरवरी से एयरपोर्ट पर लागू होगा


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1 फरवरी से जयपुर एयरपोर्ट पर बार-बार प्रसारित तेज ध्वनि से निजात मिलेगी. एनाउंसमेंट बंद होने के बाद सभी तरह की जानकारी अब एयरपोर्ट पर लगी दर्जनों LED स्क्रीन्स पर उपलब्ध होगी. हवाईअड्डे पर दर्जनों स्क्रीन हैं जो यात्रियों की सुविधा और आसानी के लिए उड़ान की जानकारी प्रदर्शित करती हैं. अब इन स्क्रीन्स पर यात्रा से सम्बंधित सभी तहर की जानकारी उपलब्ध होगी. ये स्क्रीन टर्मिनल के बाहर और अंदर, चेक-इन हॉल और सुरक्षा क्षेत्र तथा सभी जरुरी स्थानों पर लगी हुई है. सभी एयरलाइंस कंपनियां भी अब यात्रियों को SMS के माध्यम से समय, बैगेज डिलीवरी बेल्ट आदि या किसी भी तरह के बदलाव की सूचना देंगी.


LED स्क्रीन्स और SMS के माध्यम से ये निश्चित किया जायेगा. किसी भी तरह की कोई जानकारी पैसेंजर्स से छूट न जाए. यात्रियों को महत्वपूर्ण अपडेट देने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित पीए सिस्टम भी हवाईअड्डे पर तैनात किए जाएंगे.यात्रियों को साइलेंट एयरपोर्ट  के बारे में जागरूक करने के लिए हवाई अड्डे पर एक जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा. यात्रियों को जागरूक करने के लिए जागरूकता संबंधी साइन बोर्ड, डिस्प्ले स्क्रीन, स्टैन्डीस, मोबाइल SMS और अन्य माध्यमों का इस्तमाल किया जायेगा. साइलेंट एयरपोर्ट यह निश्चित करने के लिए एक पहल है कि यात्री बिना किसी व्यवधान के अपने प्रतीक्षा समय का उपयोग अपनी पसंदीदा गतिविधि में कर सकें. हवाई अड्डों का उद्देश्य टर्मिनल के अंदर ध्वनि को कम करके यात्रियों के लिए यात्रा के अनुभव को और अधिक आरामदायक बनाना है.