Jaipur News: राजस्थान में जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर कुसुम यादव ने पदभार संभालने के बाद आज अधिकारियों की पहली बैठक ली. बैठक में शहर में हो रहे निर्माणों को लेकर उन्होंने जोन उपायुक्त को शिथिलता बरतने की बात कही. 


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उन्होंने कहा कि गरीब आदमी 50-50 हजार रुपये उधार लाकर मकान बनाता है और उसे सीज कर दिया जाता है. साथ ही जब उस मकान की सील खुलवाने के लिए दो लाख रुपये लगते हैं. किशनपोल और हवामहल में अधिकतर गरीब लोग ही मकान बनाते हैं. इसलिए अधिकारी ऐसे लोगों पर शिथिलता बरतें.


 



लेकिन महापौर के इस मैसेज के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. सवाल यह है कि क्या चारदिवारी में अब अवैध निर्माण करने पर खुली छूट रहेगी. मेयर ने आज बैठक में स्वच्छता सर्वेक्षण को देखते हुए सभी निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को एकजुटता से जयपुर को नंबर वन बनाने के लिए जुट जाने के निर्देश दिए. 


 



उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण का समय नजदीक आ गया है. निगम अधिकारी भी अपने प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जयपुर को सफाई में नंबर वन बनाने के लिए हमें और ज्यादा मेहनत को जरूरत है. इसके लिए सभी जोन उपायुक्त, शाखा के प्रभारी आपस में सहयोग कर एकजुटता से जुट जाएं. परकोटे के निवासियों की समस्याओं को तुरंत समाधान करें. 


 



इंजीनियर विंग को बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों को तुरंत ठीक कराने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान महापौर कुसुम यादव ने बताया हेरिटेज निगम क्षेत्र में रात्रि कालीन सफाई व्यवस्था सही चल रही है. उन्होंने बताया कि वे खुद गुरुवार देर रात तक बाजार में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर रही थी. ऐसे में सभी सफाई कर्मचारी शहर में साफ करने में जुटे हुए हैं. 


 



साथ ही कहा कि परकोटे में सीवर की समस्या बहुत ज्यादा आती है. इसके समाधान के लिए निगम अधिकारियों को ठोस और स्थाई समाधान करना चाहिए. वहीं उन्होंने अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. 


 



साथ ही महापौर ने सभी अधिकारियों को जन प्रतिनिधि की समस्या के तुरंत निस्तारण के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आमजन अपनी शिकायत जनप्रतिनिधि के पास लेकर सबसे पहले जाते हैं. ऐसे में आमजन के कार्य तुरंत कर राहत प्रदान करें.