Rajasthan News: राजस्थान में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर काफी घमासान हो रहा था, जिसके बाद सरकार हरकत में आई. प्रदेश में अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर पर लगी रोक को अब भजनलाल सरकार ने हटा दिया है. यह रोक 1 जनवरी से लेकर 10 जनवरी तक लगाई गई थी. ऐसे में अब प्रदेश में बड़े स्तर पर तबादले देखने को मिलेंगे. इसका असर चिकित्सा विभाग में भी देखने को मिलेगा. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने ट्रांसफर प्रक्रिया को लेकर बड़ा हिंट दिया. उन्होंने पारदर्शिता की बात कहते हुए बताया कि पहली प्राथमिकता किस-किस को दी जाएगी.


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चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने तबादलों को लेकर कहा कि राज्य सरकार ने राज्य हित में तबादले से रोक को हटा दिया गया है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में भी पूरी पारदर्शिता और गाइडलाइन के आधार पर ट्रांसफर किए जाएंगे. 



चिकित्सा मंत्री ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि महिलाओं, दिव्यांगजन, गंभीर बीमारियों से पीड़ित कर्मचारियों को तबादले में प्राथमिकता मिले. भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अधिकारी और कार्मिक लंबे समय तक एक स्थान पर न रहे, सबको तबादले के जरिए राहत दी जाए. इसके लिए चिकित्सा विभाग स्थानांतरण नीति तैयार कर रहा है.



खींवसर ने कहा कि राज्य सरकार ने नर्सिंग और पैरामेडिकल सेवाओं को विशेष महत्व दिया है . पहले की सरकार के समय भर्तियां नहीं होने से नर्सिंग सेवाएं खराब हो गई थीं. राज्य सरकार ने मिशन मोड में भर्तियां कर नर्सिंग सेवा के रिक्त पदों को काफी हद पूरा भर दिया है. बाकि रिक्त पदों को भी शीघ्र फुल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रिक्तियों को भरने के साथ-साथ पदस्थापन में पूरी पारदर्शिता बनाए रखते हुए पोर्टल के जरिए से नवचयनित कार्मिकों को वरीयता और मानवीय मापदण्डों के आधार पर नियुक्ति किया जाएगा.