Jaipur News:जलदाय विभाग के शाहपुरा डिवीजन में पदमचंद और महेश मित्तल ने ही लूट नहीं मचाई,बल्कि और फर्मों ने भी जमकर गडबढी की.नियमों को ताक पर रखकर फर्मों ने काम किया.क्वालिटी कंट्रोल की जांच में बड़े खुलासे हुए है.अब जलदाय विभाग जल्द ही इन फर्मों पर कार्रवाई करेगा.


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5 फर्मों की अनियमित्ताएं सामने आई


घोटालों के गढ़ शाहपुरा में भारी अनियमित्ताएं.पदमचंद और महेश मित्तल के बाद और फर्मों की सच्चाई सामने आई.क्वालिटी कंट्रोल टीम के इंस्पेक्शन के दौरान खुली पोल...! राजस्थान के सबसे विवादित डिवीजन शाहपुरा में महेश मित्तल और पदमचंद की फर्मों के एमबी,दस्तावेज फाइले दफ्तर से गायब है.पीएचईडी में श्री श्याम और गणपति ट्यूबवेल फर्म ने 900 करोड का भ्रष्टाचार किया,लेकिन जलदाय विभाग की क्वालिटी कंट्रोल टीम ने जांच की तो और फर्मों की अनियमित्ताएं सामने आई है.अब जलदाय विभाग इन फर्मों पर कड़ी कार्रवाई करेगा.



ये फर्मे जिनकी जांच में गड़बड़ी सामने आई
क्वालिटी कंट्रोल की इंस्पेक्शन रिपोर्ट में अनियमित्ताएं सामने आई है.जिसमें मैसर्स जीआरजी इंफ्रा,मैसर्स देव कंस्ट्रक्शन,मैसर्स गणेश कंस्ट्रक्शन,मैसर्स अनिता एंटरप्राइजेज,मैसर्स विध्यावंशी ने की भारी अनियमित्ताएं की.इन फर्मों ने बिना क्यूएपी के काम शुरू कर दिया था.


साइट पर बिछाए गए एचडीपीई पाइपों के रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं थे.क्वालिटी कंट्रोल ने पाइप के सैंपल लेकर प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे है.गणेश कंस्ट्रक्शन ने नियमों के विरूद्ध कम गहराई डाली लाइन बिछाई गई.नियमों के तहत 1 मीटर की गहराई पर पाइप लाइन डालनी चाहिए,लेकिन गणेश कंस्ट्रक्शन ने कम गहराई पर लाइन डाली.



पीएचईडी में हलचल तेज
अब जलदाय विभाग लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद फर्मों पर कार्रवाई करेगी.वैसे क्वालिटी कंट्रोल की टीम मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के निर्देश पर सभी डिवीजन में जांच कर रही है.ऐसे में जांच के बाद जलदाय विभाग मे हलचल तेज हो गई है.


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