jaipur News: जयपुर में वर्तमान में यह पैक हाउस बंदरों का आशियाना बना हुआ है. फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आई एयर कंडीशनर युक्त गाड़ियां भी शो पीस बनकर जंग खा रही हैं. जानकारी के मुताबिक शाहपुरा समेत आस-पास के इलाकों में टिंडा, मटर समेत अन्य सब्जियां व फसल बहुतायत में होती थी और दूर-दूर तक सप्लाई होती थी.


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इसको देखते हुए वर्ष 2008 में शाहपुरा स्थित कृषि मंडी परिसर में पैक हाउस का निर्माण करवाया गया था. ताकि किसान अपनी उपज को यहां सुरक्षित रख सकें. पैक हाउस बनने के बाद किसानों को काफी उम्मीद भी बंधी थी कि स्टोरेज के अभाव में उनकी फसल खराब नहीं होगी.


पैक हाउस के निर्माण के बाद यहां एयर कंडीशनर गाड़ियां भी भेजी गई थी. ताकि उन गाड़ियों में सब्जियों व फसल को सुरक्षित लाया और भेजा जा सके. इसके बावजूद यह पैक हाउस जिम्मेदारों की अनदेखी की भेंट चढ़ गया.


हालांकि एक बार किसी ठेकेदार ने यह पैक हाउस किराए पर लेकर शुरू किया लेकिन किराया ज्यादा होने से वह इसे चला नहीं पाया. इसके बाद पैक हाउस पर ताला लटक गया. वर्तमान में हालात यह है कि पैक हाउस को बंदरो ने अपना आशियाना बना रखा है.


पैक हाउस परिसर में झाड़-झंखाड़ उगे हुए है. यहां खड़ी एयर कंडीशनर गाड़ियां जंग खा रही है और टायर खराब हो चुके हैं. गाड़ियों के शीशे भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. ऐसे में सरकार की किसानों को बेहतर सुविधा देने की मंशा पर तो पानी फिरा ही, साथ ही करोड़ों रूपए की बर्बादी भी हुई.


भानुप्रकाश जाट, ग्रामीण  कहते हैं कि यहां बने पैक हाउस के ताला लगा हुआ है. बंदरों का जमावड़ा लगा रहता है. किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है. एसी गाड़ियां भी खराब हो चुकी हैं, सरकार व अधिकारियों से निवेदन है कि वे इसकी सुध लें.


भाजपा विधायक राव राजेन्द्र सिंह के कार्यकाल के दौरान शाहपुरा में टिंडा मंडी स्वीकृत हुई थी. इसी को लेकर यहां पैक हाउस का निर्माण करवाया गया था. ताकि किसानों की फसल यहां स्टोरेज कर सके. लेकिन वर्तमान सरकार व अधिकारियों की लापरवाही से किसानों को पैक हाउस का फायदा नहीं मिल पाया और यहां करोड़ो की सम्पति खराब हो रही है.


Reporter : Amit Yadav