Jaipur: 1967 के भारत-चीन युद्ध (India-China War) में चीनी सेना की नाक में दम करने वाले नाथुला टाइगर (Nathula Tiger) के नाम से मशहूर हुए कर्नल  बिशन सिंह का 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. भारतीय सेना (Indian Army)  में नाथुला टाइगर (Nathula Tiger) के नाम से विख्यात कर्नल बिशन ​सिंह राठौड़ का रविवार सुबह यहां निधन हो गया. कर्नल राठौड़ कुछ दिनों से बीमार थे. एक निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था. रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके परिवार में दो बेटे , पुत्रवधू और दो पौत्र हैं. उनकी पत्नी जतन कंवर का गत वर्ष निधन हो गया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसे नाम पड़ा नाथुला टाइगर 


बिशन ​सिंह का जन्म 10 नवम्बर 1938 को नागौर जिले की नावां तहसील के भगवानपुरा गांव में हुआ. पिलानी के बिरला साइंस कॉलेज से स्नातक करने के बाद 1961 में वे सेना में भर्ती हुए. उन्होंने 1967 के भारत-चीन युद्ध में नाथुला में सेना की टुकड़ी की कमान संभाली. युद्ध के दौरान हाथ में गोली लगने से वह घायल हो गए, पर उनकी टुकड़ी के अदम्य साहस से चीन की सेना को वापस लौटना पड़ा. इसीलिए बिशन सिंह को नाथुला टाइगर (Nathula Tiger)के नाम से जाना जाता है. युद्ध में वीरता के लिए उन्हें सेना मेडल से नवाजा गया. 


फिल्म पलटन के असली किरदार थे कर्नल बिशन सिंह


कर्नल बिशन सिंह वर्ष 1990 में सेना से रिटायर हुए. फिल्म निर्देशक जे पी दत्ता ने वर्ष 2018 में कर्नल बिशन सिंह राठौड़ के जीवन पर आधारित फिल्म पलटन बनाई ​थी. फिल्म में बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने बिशन सिंह का किरदार अदा किया था. कर्नल राठौड़ पिछले कुछ वर्षोँ से लेखन कार्य कर रहे थे. उनकी रचित एक किताब 'Transcending sorrow and suffering' प्रका​शित हो चुकी है. उनकी नई किताब 'MODI' (Mindfulness Of Divine Insight) कुछ ही दिनों में प्रका​शित होने वाली है.


यह भी पढ़ें-


Ajmer: राजस्थान में दादा की इच्छा पूरी करने के लिए हेलीकॉप्टर से दुल्हनिया लेने मसूदा पहुंचा पोता