इस सवाल के जवाब में जेल राज्यमंत्री टीकाराम जूली ढूंढ़ने लगे कागज, स्पीकर को करना पड़ा बचाव
Jaipur: एक सवाल के जवाब में जेल राज्यमंत्री टीकाराम जूली कागज ढूंढ़ने लग गए. जिसके बाद स्पीकर सीपी जोशी को उनका बचाव करना पड़ा. जूली ने किसी तरह जवाब दिया.
Jaipur: विधानसभा में लगता है मंत्री पूरी तैयारी के साथ नहीं आते हैं, कुछ ऐसा ही बुधवार को प्रश्नकाल में देखने को मिला. प्रश्नकाल के दौरान जेल राज्यमंत्री टीकाराम जूली सवाल का जवाब देने के लिए कागज ढूंढ़ने लगे. इसके बाद भी जवाब नहीं मिला तो विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्री जूली का बचाव किया. इसके बाद जूली ने किसी तरह जवाब देकर पीछा छुड़वाया.
दरअसल बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश की जेलों में आपत्तिजनक सामग्री पहुंचने को लेकर सवाल पूछा था. मंत्री जूली जेलों में जैमर की क्षमता के बारे में जानकारी देने लगे. सराफ ने पूरक सवाल पूछा कि अजमेर सेंट्रल जेल में त्रिस्तरीय सुरक्षा के बावजूद मोबाइल अंदर कैसे पहुंचे और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई. इस पर मंत्री टीकाराम जूली फाइल में जवाब ढूंढने लगे.
इसके बाद सराफ ने फिर सवाल दोहराया तो जूली ने कहा कि आप क्या लॉरेंस बिश्नोई के बारे में पूछना चाहते हैं. कालीचरण सराफ ने फिर दोहराया अजमेर सेंट्रल जेल में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद मोबाइल फोन और सिम क्यों मिल रहे हैं, दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की. इस के बाद मंत्री टीकाराम जूली ने कहा-पिछली सरकार ने केवल 9 जिलों में जैमर लगाए थे.
हमारी सरकार अपग्रेड तकनीकी के जैमर लगा रही है. वहीं आबादी क्षेत्र से जेलों को बाहर शिफ्ट करने के लिए प्रयास कर रही है. जूली ने कहा कि बीजेपी सरकार ने जेलों में 64 जैमर लगाए थे वो 2 G और 3G तकनीक के हैं, वहीं अब तो 4G और 5G तकनीक आ गई. ऐसे में मोबाइल जेल में काम करते हैं. इसके बाद सराफ ने कहा मंत्रीजी उनका सवाल नहीं समझे शायद, अजमेर जेल में मोबाइल सिम पहुंचने पर कितने दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई. इस जूली ने कागज ढूंढ़ते हुए यह भी कहा कि कहा-माननीय सदस्य केवल जेलों के सवाल पूछते हैं. सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग का कोई प्रश्न नहीं पूछते.
जूली ने कहा सेंट्रल जेल या हाई सिक्योरिटी जेल के बारे में पूछ रहे हैं, फिर फाइल में कागज ढूंढने लगे. जूली ने कहा कि बता रहा हूं . अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में दस मोबाइल बरामद हुए. आबादी क्षेत्र में जेल बनी हुई है, मकानों से छत से मोबाइल फेंके गए. राशन सामग्री में भी लगातार छिपाकर लाते हैं. पिछले 1 साल में विशेष अभियान चलाया गया, इस अभियान की वजह से 2019 में 37 व जांच हुई थी.
इस बीच सराफ ने कहा कि त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद 12 मोबाइल और सिम मिली जांच क्या की गई ? दोषी कौन पाया गया, क्या कार्रवाई की गई ? इस पर मंत्री जूली फिर कागज पलटने लगे तो अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि मंत्रीजी पूरी कोशिश कर रहे हैं जवाब देने की, कागज पलट रहे हैं.
इसके बाद जूली ने कहा कि चार जनों के खिलाफ विभागीय कार्यवाई की गई, 16 सीसी और 17 सीसी की कार्रवाई की गई. अब तक 22 चार्जशीट दी गई है. इसके बाद स्पीकर ने अगला सवाल पुकार लिया.
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