Monalisa Murder Case: जयपुर नगर निगम (Jaipur Municipal Corporation) के श्मशान घाट और कब्रिस्तान में अब अंतिम संस्कार (Funera) के लिए 5 लोगों की आईडी लगेगी. पांच आईडी देने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जा सकेगा. लेकिन जयपुर नगर निगम ने क्रियाकर्म पुराने नियम क्यों बदले. ये जानना जरूरी है. इसके पीछे एक महिला के हत्या की कहानी है. महिला का नाम है मोनालिसा (Monalisa). फरवरी 2021 में बीकानेर (Bikaner) निवासी एक महिला मोनालिसा का जयपुर के अजमेर रोड स्थित ओमेक्स सिटी (Omaxe City) में मर्डर हो गया था. मोनालिसा की हत्या उनके पति भवानी सिंह ने ही की थी. लेकिन उन दिनों राज्य में कोरोना वायरस का प्रकोप चल रहा था, ऐसे में भवानी ने अपनी बीवी की हत्या करके सोडाला के पास मौजूद श्मशान घाट पर पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया.


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कार्रवाई ना हुई तो DGP से  मिले परिजन


कुछ दिन के बाद जब परिजनों को जानकारी हुई तो उन्हें संदेह हुआ. उन्होंने बीकानेर एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके कई दिनों बाद तक कार्रवाई नहीं की गई, तो मोनालिसा के परिजन डीजीपी (DGP) से मिले. बाद में बगरू थाना (Bagru Police Station) पुलिस जांच की तो पता लगा कि जिस श्मशान घाट पर मोनालिसा का अंतिम संस्कार किए जाने की बात की जा रही है, वहां पर इसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है. नवम्बर 2022 में बीकानेर पुलिस (Bikaner Police) ने मोनालिसा हत्याकांड का खुलासा करके भवानी सिंह और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था.


लालच में की गई थी मोनालिसा की हत्या


बताया जाता है कि मोनालिसा अच्छे परिवार से ताल्लुख रखती थी. यह भी चर्चा थी कि उसके नाम बीकानेर में करोड़ों की जमीन थी, और भवानी सिंह को मोनालिया के बारे में जानकारी मिली, तो उसने करीबियां बढ़ाईं. उसने पहले दोस्ती की, फिर प्यार का नाटक किया. जिसके बाद मोनालिसा भवानी की बातों में आ गई. अब वह बीकानेर से आकर जयपुर में भवानी सिंह के साथ रहने लगी. बताया जाता है कि कुछ महीने तक दोनों लिव-इन-रिलेशन (Live In Relation) में रहे. बाद में दोनों ने शादी कर ली. लेकिन भवानी सिंह की नज़र मोनालिसा की संपत्ति पर थी. जिससे फरवरी 2021 में भवानी ने दूध में नींद की गोलियां (Sleeping Pills) मिलाकर मोनालिसा को पिला दिया. जिससे वह गहरी नींद आ गई, इसके बाद भवानी ने तकिए से उसका मुंह दबा दिया था और दम घुटने के मोनालिसा की सांसें रुक गईं.


SP के आग्रह पर बदले नगर निगम ने अंतिम संस्कार के नियम


बीकानेर पुलिस (Bikaner Police) के इस खुलासे के बाद एसपी अमित कुमार ने जयपुर नगर निगम (Jaipur Municipal Corporation) को चिट्ठी लिखकर मृतकों और अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों का रिकॉर्ड रखने को कहा, जिसके बाद जयपुर नगर निगम की ओर से नए आदेश लोगों के लिए जारी किए गए.