Jaipur: जनता को महंगाई से राहत दिलाने के लिए शुरू किया गया सरकार के अभियान को एक महीना पूरा कर चुका है. इस एक महीने में महंगाई राहत अभियान 1 करोड़ 22 लाख से ज्यादा परिवारों तक पहुंचा है तो साथ ही इसमें साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा गारन्टी कार्ड भी बने हैं. अभियान को लेकर सरकार और कांग्रेस के संगठन की सक्रियता दिख रही है तो लोगों का रेस्पॉन्स भी इस अभियान के असर का दस्तावेजी सबूत बनकर आया है. महंगाई राहत कैम्प के जरिये सरकार ने महंगाई पर तो निशाना लगाया है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं की कोशिश है कि इसके जरिये चुनावी रणनीति को भी साधा जा सके तो सरकार की इस पहल का और ज्यादा फायदा मिलेगा.


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गारन्टी कार्ड का आंकड़ा 5 करोड़ 55 लाख का आंकड़ा पार


जब कोई संग्राम या लड़ाई होती है तो इसमें अलग-अलग तरह के हथियार काम में आते हैं लेकिन यह भी सही है कि लड़ाई जिस तरह की होती है  हथियार भी उसी के मुताबिक होने चाहिएं.  शायद इसी सोच के साथ महंगाई के खिलाफ लड़ाई की बात आई तो सरकार की तरफ से बजट घोषणाओं में राहत दी गई.  इस लड़ाई में सरकार ने अपने बजट के जरिये अपनी सेना की तस्वीर तो साफ कर दी लेकिन महंगाई पर चोट करने वाले घोषणाओं और योजनाओं के तीरों की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए तरकश को भी मजबूत बनाया. सरकार ने अपने तरकश को शक्ल दी, महंगाई राहत कैम्प की 24 अप्रैल से शुरू हुआ महंगाई राहत कैम्प का सफर एक महीना पूरा कर चुका है. इस दौरान गारन्टी कार्ड का आंकड़ा 5 करोड़ 55 लाख का आंकड़ा पार कर गया तो साथ ही लाभार्थी परिवारों का दायरा भी 1 करोड़ 22 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंच चुका है.


सीएम अशोक गहलोत का अब तक 20 जिलों का दौरा 


सीएम गहलोत महंगाई राहत अभियान के शुरू होने के बाद से अब तक 20 जिलों का दौरा कर चुके हैं. इनमें से जयपुर, उदयपुर और डूंगरपुर तो ऐसे जिले हैं, जहां सीएम गहलोत ने पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा के साथ एक से ज्यादा कैम्प विजिट किए. पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा भी कैम्प को लेकर उत्साहित हैं. यही कारण है कि उन्होंने राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के कार्यक्रम में इन कैम्पों का जिक्र किया. 


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