Rajasthan News: राजस्थान में एसओजी और एटीएस की ओर से वाहनों के फर्जी पंजीयन किए जाने को लेकर जांच की जा रही है. प्रदेशभर के परिवहन कार्यालयों में 2394 वाहनों का पंजीयन गलत तरीके से किया गया है. एसओजी और एटीएस ने इन सभी गलत तरीके से पंजीकृत वाहनों की सूची 22 अगस्त को परिवहन विभाग को उपलब्ध करा दी थी. इसके लिए एसओजी-एटीएस ने परिवहन विभाग को पत्र लिखा था.


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पत्र लिखकर इस मामले की जांच करने और विभागीय नियमों के अनुरूप कार्रवाई करने के लिए लिखा था. इसके आधार पर परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न जिला परिवहन कार्यालयों और आरटीओ कार्यालयों में इन वाहनों का रिकॉर्ड चैक कर कार्रवाई की जा रही है.



वाहन मालिकों को परिवहन विभाग द्वारा नोटिस दिए जा रहे हैं. वाहन मालिकों से उनका पक्ष लिया जा रहा है. नोटिस का जवाब देने के लिए वाहन मालिकों को 10 दिन का समय दिया जा रहा है. जवाब संतुष्टिजनक नहीं पाए जाने पर वाहनों की आरसी कैंसिलेशन की कार्रवाई की जाएगी.



दरअसल ज्यादातर मामलों में चोरी के वाहनों पर फर्जी चैसिस और फर्जी इंजन नंबर लगाए गए हैं. इन चैसिस और इंजन नंबर पर वाहन निर्माता कम्पनियों ने कहा कि ऐसे बस या ट्रकों का निर्माण उनके द्वारा कभी किया ही नहीं गया. नॉर्थ ईस्ट के राज्यों की एनओसी से राजस्थान में वाहन ट्रांसफर हुए हैं.


SOG-ATS की जांच



- इन फर्जी वाहनों का पंजीयन हुआ अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में



- जांच में लक्षद्वीप तक जुड़ रहे फर्जी पंजीयन के तार


- बताया जा रहा, वहां ऑनलाइन के बजाय मैन्युअल बने कागजात


- फिर नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में किया गया इन वाहनों का ऑनलाइन बैकलॉग


- इन राज्यों की एनओसी के आधार पर राजस्थान में हुए वाहन ट्रांसफर


- सर्वाधिक 540 वाहन झुंझुनूं, भीनमाल में 490 वाहन


- दौसा में 263, धौलपुर में 250, जयपुर में 171 वाहन


- बालोतरा में 88, सिरोही में 62, शाहपुरा भीलवाड़ा में 57 वाहन


- क्या SOG-ATS पकड़ेगी इस फर्जी पंजीयन के इस पूरे गिरोह को ?


- जिसने लक्षद्वीप से लेकर राजस्थान तक पंजीकृत कराए हजारों वाहन