MP किरोड़ी को मिला पूर्व मंत्री कालू गुर्जर का साथ, वीरांगनाओं के साथ 6 दिनों से दे रहे धरना
MP Kirori Lal meena: साल 2019 जब पुलवामा अटैक में 40 जवान शहीद हो गए थे. उस वक्त सरकारों ने शहीद के परिवार का ख्याल रखने के लाख वादे किए थे लेकिन अपने नादों को भूल चुकी सरकार को उन शहिदों की पत्नियों ने याद दिलाने के लिए वह धरने पर 6 दिन से बैठी है.
MP Kirori Lal meena: राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा वीरांगनाओं के साथ पिछले 6 दिनों से शहीद स्मारक पर धरना देकर बैठे हुए हैं. इसी कड़ी में रविवार को किरोड़ीलाल मीणा और वीरांगनाओं को समर्थन देने के लिए पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह और पूर्व मुख्य सचेतक और मंत्री कालू लाल गुर्जर धरना स्थल पर पहुंचे. कालू लाल गुर्जर ने बताया वीरांगना सरकार से कोई बहुत बड़ी मांग नहीं कर रही हैं. लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता के चलते इन्हें दिए जाने वाले लाभ से वंचित कर रही है.
मंत्री कालू लाल गुर्जर का मिला साथ
मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि आज इनके दिलों पर क्या गुजर रही होगी, यह इनसे बेहतर कोई नहीं जान सकता है. वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बताया राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग के बाद जब मुख्यमंत्री आवास की ओर जा रहे थे तो इसी बीच पुलिस ने जो रवैया वीरांगनाओं के साथ अपनाया वह बहुत ही गलत था. वीरांगनाओं के साथ मारपीट, बाल खींचना, कपड़े पकड़ कर के जबरदस्ती गाड़ी में ठूसना वीरांगनाओं का अपमान है. कल कुछ वीरांगनाओं की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें s.m.s. अस्पताल में भर्ती भी करवाया गया था. आगे मीणा ने बताया सरकार से अगर उनकी मांगे नहीं मानी तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा जब पूरा देश होली दहन और धुलंडी मना रहा होगा, उस समय हम यहां धरने पर बैठे रहेंगे. यह सरकार की नाकामी का एक नया नमूना है.
मामला क्या है
राजस्थान के जयपुर में पुलवामा अटैक में शहीद हुए सैनिकों की विधवा पत्नियों के साथ राजस्थान पुलिस ने बदसलूकी की है. महिलाएं राजस्थान सरकार के रवैये से परेशान थीं और इनका आरोप है कि सरकार ने उनसे वादाखिलाफी की है. जिसके चलते वे धरने पर बैठीं थीं. लेकिन राजस्थान पुलिस शहीदों की इन विधवाओं को सड़क पर घसीटा और उन्हें वहां से जाने पर मजबूर कर दिया. ये महिलाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मलने के लिए गुहार लगा रहीं थी लेकिन पुलिस वालों ने इनकी एक न सुनी और उनसे बदसलूकी की. इस दौरान प्रदर्शन कर रही कुछ महिलाओं की तबीयत भी बीगड़ गई. वीरांगनाओं को न्याय दिलवाने के लिए राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा इनके धरने में साथ आ गए.