Jaipur News : नाम में क्या रखा है, शेक्सपियर (Shakespeare)ने जब ये लाइन लिखी, तो इस लाइन के नीचे अपना ही नाम लिखा. यानि की नाम जरूरी है. आधार कार्ड नाम से है, CAA नाम से है. नाम पहचान है...जिसे बनाने में इंसान अपनी पूरी जिंदगी लगा देता है. ऐसे में उन नामों को सहेजने का क्या फायदा जो अपनी संस्कृति या सभ्यता से जुड़े ना हों. बात हो रही है. राजस्थान(Rajasthan) के जयपुर के अल्बर्ट हॉल (Albert Hall) का नाम रामद्वार करने और हाउसिंग बोर्ड के बॉटैनिकल गॉर्डन में बनायी गयी मुगल क्यारी की. ये भी पढ़ें : नहीं चलेगी टंकी पर नौंटकी वरना जेल में चक्की पीसिंग-पीसिंग एंड पीसिंग


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इन दोनों के ही नाम बदलने की चर्चा है. हालांकि अल्बर्ट हॉल के नाम को बदलने की चर्चा गहलोत सरकार के समय भी हुई थी. जब जयराम रमेश ने इसके संकेत दिए थे. तब नाम जयपुर के महाराजा या फिर स्वतंत्रता सैनानी के नाम पर रखने की चर्चा थी, लेकिन इस बार अल्बर्ट हॉल का नाम "राम" नाम के इर्द गिर्द घूमता दिख रहा है.


अल्बर्ट हॉल, का नाम रामद्वार करने की चर्चा है. जिसके लिये निगम ग्रेटर को कई विकास समितियों की तरफ से सुझाव दिए गये हैं. जिसमें पूर्व महाराजा रामसिंह के नाम पर अल्बर्ट हॉल करने का प्रस्ताव भी शामिल है. मामले में सरकार के स्तर पर चर्चा हो सकती है. जिसके बाद अल्बर्ट हॉल का नाम बदलने को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा.



इधर जयपुर के हाउसिंह बोर्ड के फाउंटेन स्क्वायर लोकार्पण के दौरान बॉटैनिकल गार्डन में बनी मुगल क्यारी का नाम मंत्री झाबर सिंह खर्रा को नाराज कर गया है. मंत्री महोदय के मुताबिक जल्द ही मुगल क्यारी का नाम बदला जाएगा. मंत्री खर्रा ने कहा कि देश की सभ्यता और संस्कृति के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं है. तो हो सकता है अगली बार जब आप जयपुर आए तो अल्बर्ट हॉल नहीं बल्कि रामद्वार पर फोटो खिंचवाएं.