अधिकारी लगातार करें विभागीय निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग- पंचायतीराज मंत्री
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं में किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिष्चित करने के लिए उन कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देष दिए है. Jaipur News: ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज
Jaipur News: ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं में किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिष्चित करने के लिए उन कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देष दिए है.
Jaipur News: ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा ने बजट घोषणाओं, जनघोषणाओं और कटौती प्रस्तावों के दौरान की गई घोषणाओं की क्रियान्विति के सम्बन्ध में सोमवार को शासन सचिवालय में समीक्षा बैठक ली है. साथ ही उन्होंने इस दौरान ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं में किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिष्चित करने के लिए उन कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देष दिए है.
मीणा ने कहा कि विकास कार्यों के हर प्रस्ताव की चर्चा ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवं जिला परिषद में जरुरी रूप से होनी चाहिए और इस संबंध में जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी जानी चाहिए. उन्होंने नवनिर्मित पंचायत समिति भवन और ग्राम पंचायतों के भवन निर्माण कार्य में गति लाने के साथ ही पुरानी पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों के जर्जर हो चुके भवनों की जानकारी एकत्र करने के निर्देष दिए और मीणा ने कहा कि हर कार्य की टाइमलाइन तय होनी चाहिए.
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री ने कहा कि 14 नवम्बर जैसे अवसरों पर होने वाली ग्राम सभाओं पर केवल खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए. इसमें अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए और इसकी समुचित मॉनिटरिंग कर ग्रामीणों को विशेष ग्राम सभा का लाभ मिलना सुनिष्चित किया जाए. उन्होंने 10 हजार से अधिक आबादी के 10 ग्राम चिन्हित कर भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए उनका पायलट परियोजना के रूप में समग्र विलेज डवलपमेंट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी वही योजनाएं बनाएं जिन्हें वास्तव में धरातल पर लाया जा सके.
राजीविका के संबंध में चर्चा करते हुए मीणा ने कहा कि नए महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि बन चुके एसएचजी की महिलाओं को समुचित प्रषिक्षण, उत्पाद की जानकारी, उत्पाद विक्रय करने के लिए बाजार, ऋण और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाकर इन समूहों को जीवित रखा जाए और महिलाओं की आय बढाने के प्रयास लगातार जारी रहें. उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक महिला मेट लगाए जाने और इसकी सुनिश्चितता के लिए औचक निरीक्षण के निर्देश दिए. मीणा नें वाटरषेड, प्रधानमंत्री आवास योजना, विभिन्न पदों पर भर्ती, पंचषाला, मॉडल तालाब, खेल मैदान सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की है.
Reporter: Ashish Chauhan
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