राइट-टू-हेल्थ बिल का विरोध, प्राइवेट डॉक्टरों ने जयपुर में निकाली 5 किमी लंबी रैली
Jaipur news: राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल पर निजी डाक्टर्स का संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा. आज जयपुर में इस बिल के विरोध में प्रदेशभर के डॉक्टर्स ने रैली निकाली, जिसमें बडी संख्या में डॉक्टर्स शामिल हुए. निजी डॉक्टर्स की सरकार से मांग है कि सरकार राइट टू हेल्थ बिल को वापस ले.
Jaipur : राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल पर निजी डाक्टर्स का संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा.आज जयपुर में इस बिल के विरोध में प्रदेशभर के डॉक्टर्स ने रैली निकाली,जिसमें बडी संख्या में डॉक्टर्स शामिल हुए.निजी डॉक्टर्स की सरकार से मांग है कि सरकार राइट टू हेल्थ बिल को वापस ले.
राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर विवाद लगातार बना हुआ है.निजी डॉक्टर्स लगातार सरकार पर इस बिल को वापस लेने का दबाव बना रहे है.इसलिए आज डॉक्टर्स ने जयपुर में ताकत दिखाने के लिए महारैली निकाली.इसी बिल के विरोध में आज बडी संख्या में प्रदेशभर के डॉक्टर्स जयपुर में एकत्रित हुए और 5 किलोमीटर की लंबी रैली निकाली.
डॉक्टर्स आरडी हॉस्टल से पैदल मार्च निकालते हुए सूचना केंद्र,महारानी कॉलेज,अशोक मार्ग,पांच बत्ती,अजमेरी गेट,न्यू गेट अल्बर्ट हॉल होते हुए फिर से हॉस्टल पहुंचे.डॉक्टर्स का कहना था कि इस बिल को सरकार वापस ले,नहीं तो आंदोलन और तेज होगा.डॉक्टर्स अपना विरोध दर्ज करवाने अलग अलग वेशभूषा में नजर आए.एक डॉक्टर्स साधु की वेशभूषा में भिक्षा मांगकर अपना विरोध दर्ज करवाते हुए दिखाई दिया.
बिल का विरोध राज्य के अलावा देशभर में देखने को मिला. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सभी डॉक्टरों से मेडिकल सर्विस बंद करने का आह्वान किया था.इसके अलावा 29 मार्च को सरकारी हॉस्पिटल सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.मेडिकल ऑफिसरों की यूनियन अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ भी अपना विरोध तेज करने जा रही है.अरिसदा के प्रदेशाध्यक्ष अजय चौधरी ने बताया कि 29 मार्च को प्रदेशभर में एक दिन का सामूहिक अवकाश रखेंगे.
अगर 29 मार्च को ऐसा होता है तो प्रदेशभर की पीएचसी, सीएचसी, उप जिला हॉस्पिटल में मरीजों को नहीं देखा जाएगा,क्योंकि यहां ज्यादातर डॉक्टर मेडिकल ऑफिसर ही होते हैं. ये इस संगठन से जुड़े हैं.
निजी डॉक्टर्स की हडताल को आज 10 दिन हो गए है.इस बीच सरकार से कई बार निजी डॉक्टर्स की वार्ता हुई.लेकिन अभी तक कोई रास्ता नहीं निकला है.विधानसभा में बिल पास हो चुका है,लेकिन डॉक्टर्स सिर्फ बिल वापस लेने पर अडे है.
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