Jaipur News:सिंधी समाज के आराध्य भगवान श्री झूलेलाल का जन्मोत्सव चेटीचंड महापर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. प्रवक्ता हितेश आडवाणी ने बताया कि शहर के झूलेलाल मंदिरों में सुबह भगवान झूलेलाल का पंचामृत अभिषेक कर नवीन वस्त्र धारण कराए. मंदिर के शिखर पर लाल रंग की धर्म ध्वजा फहराई गई और ऋतु पुष्पों से श्रृंगार किया गया. 


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बिजली की झालरों से मंदिर परिसर सजाया. महिलाओं ने मीठे चावल और छोले का भोग भगवान को लगाया, साथ ही मंदिर में अखो (चावल और चीनी) से पल्लव प्रार्थना करी, वहीं भगवान को रिझाने के लिए सिंधी लोक नृत्य छेज की प्रस्तुति दी गई. आडवाणी ने बताया मुख्य कार्यक्रम के तहत चेटीचंड सिंधी मेला समिति की ओर से शहर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई. 



चौगान स्टेडियम में पूज्य सिंधी पंचायत ,पुरानी बस्ती के सहयोग से शोभायात्रा का हुआ. श्री अमरापुर दरबार की संत मंडली द्वारा ज्योति प्रज्ज्वलित कर यात्रा की शुरूआत हुई. शोभायात्रा में हाथी ,ऊंट ,घोड़े और बग्गी सहित सुसज्जित लवाजमा रहा. प्रमुख कई बैंड सिंधी संगीत की स्वर लहरियां वातावरण में बिखेरी .शहर की पंचायतों और सामाजिक संस्थाओं के मुखी और पदाधिकारी शोभायात्रा में सम्मिलित हुए.


आडवाणी ने बताया कि शोभायात्रा चौगान स्टेडियम से आरंभ हो कर गणगौरी बाज़ार,चांदपोल बाजार, खज़ाने वालों का रास्ता , इंद्रा बाज़ार,नेहरू बाज़ार,बापू बाजार, जौहरी बाजार,बड़ी चौपड़ ,हवामहल बाज़ार,चांदी की टकसाल होती कंवर नगर स्थित श्री झूलेलाल मंदिर पहुंचेगी जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. लगभग 40 झांकियां शोभायात्रा में सम्मिलित हुई.



सबसे पहले प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की झांकी फिर श्री राम दरबार ,श्री शिव परिवार , दुर्गा माता,हनुमान जी के कंधे पर श्री राम लक्ष्मण ,कमल पुष्प पर भगवान श्री झूलेलाल,जल में नर मछली पर श्री झूलेलाल कलात्मक झांकियां रही.सिंध की संस्कृति को दर्शाती कई सजीव झांकियां भी रही.


सिंध के वीर प्रतापी राजा दाहिर सेन , शहीद हेमू कालाणी,संत कंवर राम साहिब की झांकी भी आकर्षण का केंद्र बनी.कार्यक्रम के समापन पर झांकियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया.


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