Jaipur News: क्रिसमस का नाम सुनते ही शायद आपकी आंखों के सामने सांता क्लॉज, क्रिसमस ट्री की तस्वीर आती होगी.  प्रमुख पर्व क्रिसमस को लेकर शहर में तैयारियां शुरू हो गई हैं. साथ ही ईसाई समुदाय के प्रमुख पर्व क्रिसमस को लेकर शहर में तैयारियां अंतिम चरण में है. 


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कल सुबह 6 बजे से ही चर्च में प्रार्थना शुरू
इसके साथ मसीही समुदाय के लोग अपने घरों को भी सजाने संवारने लगे हैं. सफाई व सजावट का कार्य तेजी से हो रहा है. इसके साथ ही राजधानी जयपुर के भी सभी चर्च सज गए है. अलग-अलग चर्च में आराधना, प्रभु यीशु के संदेश देने सभाएं शुरू हो गई हैं. इसके साथ ही क्रिसमस के अवसर पर कल सुबह 6 बजे से ही चर्च में प्रार्थना सभा का दौर शुरू होगा. 


कल देश भर में प्रभु यीशु का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा
आपको बता दें कि क्रिसमस पर्व यीशु मसीह के महिमावान जन्म के स्मरण में मनाया जाता है. परमेश्वर का बेटा यीश मसीह पृथ्वी पर हमारे पापो की क्षमा के लिए सिद्ध पूरी तरह निष्पाप जीवन जीने और कूस पर मरने आए. यीशु मसीह प्रेम और करूणा का प्रतिरूप है, जो केवल उनक अनुयायियों के ही नहीं मानवता से प्रेम करने वाले हर इंसान के मन में बस्ती हैं, यीशु के वचन और संदेश प्रेमपूर्ण हैज सीधे हमारे हदय में उतरते हैं. इसी के साथ ही कल देश भर में प्रभु यीशु का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा.


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336 ई. में पहली बार मनाया गया क्रिसमस 
क्रिसमस क्राइस्ट मास (Mass of Christ) से निकला हुआ शब्द है. क्रिसमस का पर्व 336 ई. में पहली बार ईसाई रोमन सम्राट और रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के शासनकाल में मनाया गया था. इसके बाद 25 दिसंबर को पोप जुलियस ने ऑफिशियल जीसस क्राइस्ट का जन्म दिवस मनाने का फैसला कर लिया. तभी से  25 दिसंबर को क्रिसमस डे के रूप में मनाया जानें लगा.