Jaipur, Jamvaramgarh: ताला गांव से गुजर रही रामगढ़ बांध को भरने वाली बाण गंगा नदी के बहाव क्षेत्र के पास रोक के बावजूद चल रहे दीवार निर्माण कार्य को जमवारामगढ़ एसडीएम चिमनलाल मीणा के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार घनश्याम सिंह देवल कार्य को मौके पर जाकर रूकवा दिया. इस दौरान मौके पर कार्य कर रहे लोगों ने कार्रवाई का विरोध भी किया, लेकिन नायब तहसीलदार ने सख्ताई दिखाते हुए कार्य को बंद करवा दिया था. 


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जानकारी के अनुसार ताला गांव से गुजर रही बाण गंगा नदी के बहाव क्षेत्र में पिछले दो दिन से कुछ लोगों द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के बड़ी दीवार का निर्माण कार्य किया जा रहा था. बहाव क्षेत्र के पास दीवार निर्माण कार्य को लेकर लोगों में चर्चा थी. इससे पहले भी एसडीएम मीणा ने दीवार के निर्माण कार्य पर रोक लगाई थी. लेकिन अतिक्रमियों ने प्रशासनिक रोक को धत्ता बता कर वापस से निर्माण कार्य शुरू कर दिया था. 


मामले की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे सिंचाई विभाग के जेईएन महेश कुमार ने भी दीवार के निर्माण कार्य का जायजा लिया. गौरतलब है कि बहाव क्षेत्र में कई जगह किसानों की खातेदारी भूमि स्थित है. जिस पर हाइेकोर्ट कमेटी ने पानी के प्रवाह की जगह छोड़कर खेती करने व किसी प्रकार के कच्चे पक्के निर्माण कार्य करने पर रोक लगा रखी है.


समन्वय कमेटी हुई थी गठित


गौरतलब है कि राजस्थान हाईकोर्ट ने पिछले साल रामगढ़ बांध कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण को लेकर पांच सदस्यों की समन्वय कमेटी गठित हुई थी. जिसमें वरिष्ठ आईएएस समित शर्मा को कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया था. जिसमें राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेशों की पालना रिपोर्ट मांगी थी.


दौरे से पहले होती है दिखावे की कार्रवाई


ग्रामीणों का कहना है. मानसून आने से पहले जिम्मेदार अधिकारी कैचमेंट एरिया का दौरा करने आते है. दौरे की सूचना पर सम्बंधित विभाग कैचमेंट एरिया में दिखावे की कार्रवाई करता है. जिम्मदारों के दौरे के बाद विभाग के आला अफसर केवल कार्यालय में बैठ कर कागजी खानापूर्ति करते है. मामले को लेकर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि हर बार कार्रवाई केवल गरीब तबके के लोगों पर होती है. बहाव क्षेत्र में भूमाफियाओं के रिसोर्ट व फार्म हाउस आज भी सीना तान कर खड़े है. हम लोग काम रुकवाने जाते है तो हमे डराया धमकाया जाता है.ॉ


अन्य जगह भी हो रहा अतिक्रमण


रामगढ़ बांध को भरने वाली मुख्य बाण गंगा नदी व इसके सहायक नदी नालों में प्रशासनिक अनदेखी के चलते कच्चे पक्के अतिक्रमण हो रहे है. जिम्मेदारों द्वारा समय पर मॉनीटरिंग नहीं करने से कई कच्चे अतिक्रमण अब पक्के अतिक्रमण में तब्दील हो रहे है. नदी बहाव क्षेत्र के मेड़, बेरकी, भ्याजर, नेकावाला, धौला, बाडाडेहरा, जयचंदपुरा, ताला, बिलोद, टोडामीणा, गोपालगढ़ के अलावा राजपुरवास ताला, अचरोल नदी व मनोहरपुर के बिशनगढ़ की पहाडि़यों से निकलने वाली नदी के बहाव क्षेत्र में दिनों दिन अतिक्रमण बढ़ रहा है.


सिंचाई विभाग के जेईएन महेश कुमार ने बताया कि बहाव क्षेत्र में दीवार निर्माण की शिकायत मिलने के बाद मौके पर गया था. फिलहाल कार्य को रूकवा दिया है. नदी बहाव क्षेत्र के पास बिना अनुमति अवैध रूप से चल रहे दीवार निर्माण कार्य को बंद करवाया है. दीवार निर्माण कार्य की जगह कैचमेंट एरिये को प्रभावित करती है या नहीं इसकी परीक्षण के बाद स्थिति साफ होगी.


Reporter- Amit Yadav


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