Jaipur: जल जीवन मिशन में सांसद किरोडी लाल मीणा के आरोपों पर जलदाय विभाग ने एक प्रेस नोट जारी कर पलटवार किया है. प्रेस नोट में कहा गया है कि जल जीवन मिशन में टेण्डरों में गड़बड़ी के संबंध में लगाए गए आरोप सच्चाई से परे हैं. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मिशन के तहत राजस्थान में अभी तक कुल 16 हजार 500 करोड़ रूपए खर्च कर दिसम्बर 2019 के बाद 31.27 लाख ग्रामीण घरों में जल कनेक्शन दिए गए हैं. ऐसे में 20 हजार करोड़ से जुड़े आरोपों में कोई आधार नहीं है.


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टेण्डर हो चुके हैं निरस्त 


उल्लेखनीय है कि करीब 20 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स में निविदा दरें अधिक आने के बाद सभी टेण्डर पहले ही निरस्त किए जा चुके हैं. एक फर्म द्वारा लगाए गए दस्तावेजों के संबंध में 7 जून 2023 को विभाग को प्राप्त शिकायती पत्र के क्रम में पुनः जांच करवाकर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.


विभाग ने कराई थी जांच 


गणपति ट्यूबवैल के मामले का पूर्व में संज्ञान पर आने के बाद विभाग स्तर पर जांच कराई गई थी. जांच रिपोर्ट में गणपति ट्यूबवैल के दस्तावेजों को सही बताया गया था. इसी आधार पर विभाग की वित्त समिति द्वारा गुण-दोष के आधार पर, मैसर्स गणपति ट्यूबवैल की दरें न्यूनतम पाये जाने पर अनुमोदन किया गया.


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