Jaipur News: योग के महासंगम में बना विश्व कीर्तिमान, 26 घंटे 51 मिनट...लगातार बिना रुके
Jaipur News: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले नगर निगम ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर की अनूठी पहल पर 51 योग संस्थाओं के प्रशिक्षकों, योगाचार्य, योग साधकों ने 26 घंटे 51 मिनट यानि की 1611 मिनट लगातार अखंडयोग का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
Jaipur News: जयपुर की धरा पर योग के महासंगम में लगातार 1611 मिनट तक योग कर विश्व रिकॉर्ड बना. जयपुर नगर निगम ग्रेटर की पहल पर 51 योग संस्थाओं के प्रशिक्षकों और योगाचार्य,योग साधकों ने अखंड योग बिना रुके, बिना थके, लगातार 1611 मिनट योग कर विश्व कीर्तिमान बनाया. रविवार सुबह 7 बजे से सोमवार सुबह तक योग साधकों, योग प्रशिक्षकों और योगाचार्यों सूर्य नमस्कार सहित विभिन्न तरह की योग क्रियाएं की.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले नगर निगम ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर की अनूठी पहल पर 51 योग संस्थाओं के प्रशिक्षकों, योगाचार्य, योग साधकों ने 26 घंटे 51 मिनट यानि की 1611 मिनट लगातार अखंडयोग का विश्व रिकॉर्ड बनाया. अखंड योग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने पर नगर निगम ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का सर्टिफिकेट दिया. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि डॉक्टर राजा मुकीम ने यह अवार्ड दिया.
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, मंत्री अविनाश गहलोत भी मौजूद रहे. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि डॉक्टर राजा मुकीम ने कहा की 500 मिनट का लगातार योग करने का रिकॉर्ड बना हुआ है लेकिन जयपुर में एक छत के नीचे करीब 51 योग संस्थाओं ने साथ मिलकर लगातार 1611 मिनट योग करते हुए ये वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है. एक हजार योग साधकों ने बिना रुके, बिना थके, लगातार 26 घंटे 51 मिनट यानि की 1611 मिनट योग किया है, ये रिकॉर्ड बन गया है.
उन्होने बताया की रविवार सुबह 7.45 बजे से इंद्रलोक सभागार में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए योग की शुरुआत हुई, जो सोमवार सुबह को पूरा हुआ. वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य 1500 मिनट का था लेकिन योग साधकों ने इसे आगे बढाते हुए 1611 मिनट तक पहुंचा दिया, जिसमें 51 योग संस्थाओं के 15-15 ग्रुप मेंबर्स ने पार्टिसिपेट कर सूर्य नमस्कार सहित अलग-अलग मुद्राओं में योग क्रियाऐं की.
इंद्रलोक सभागार में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में पहली बार 80 वर्ष से अधिक बुजुर्गों ने योगासन किए. साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रों ने हैरतअंगेज योग का प्रदर्शन करते हुए योग साधकों और कार्यक्रम में मौजूद लोगों में उत्साह का संचार किया.
मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर ने कहा की योग से शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं. दुनियाभर में विश्व योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है. इसको ध्यान में रखकर जयपुर नगर निगम ग्रेटर की ओर से 10 जून से ही योगाभ्यास कार्यक्रम हो रहे हैं. आज योगसाधकों ने लगातार 26 घंटे से ज्यादा अखंड योग कर जयपुर का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवा दिया हैं. स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है. अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग, व्यायाम, खेलकूद बहुत जरूरी हैं, जिससे एक और जहां मन को सुकून मिलता है तो दूसरी ओर एकाग्रता का विकास होता है.
जयपुर में योग का कीर्तिमान बनने पर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, मंत्री अविनाश गहलोत ने मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर और योग संस्थाओं और राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रों ने हैरतअंगेज योग का प्रदर्शन करने पर बधाई दी. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा नए पैरेंट्स और नए जमाने के खेलों ने बच्चों को मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू से दूर कर दिया है. अब खेल के नाम पर बच्चों को मिट्टी में छोडऩा किसी अपराध से कम नहीं माना जाता. पुरानी पीढ़ी तो बड़ी ही मिट्टी के घरोंदे बनाकर होती थी.
सच्चाई यह है कि मिट्टी के संपर्क से बच्चों को सेहत संबंधी कई फायदे हासिल होते हैं. पहले और आज के समय में बहुत बदलाव आ गया है. पहले परिवार का मुखिया कहते थे कि जब तक बच्चा मिट्टी में नहीं खेलेगा उसका सर्वांगीण विकास नहीं होगा लेकिन अब कहा जाता हैं की मिट्टी में मत खेलो, कपड़े गंदे हो जाएंगे. अगर आप भी अपने बच्चों को मिट्टी में खेलने से रोकते हैं तो फिर आज से ही ऐसा करना बंद कर दीजिए.
मिट्टी में ऐसे माइक्रोऑर्गेनिज्म (सूक्ष्म जीव) होते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं. उनकी इम्यून शक्ति बढ़ाते हैं. पहले के समय में गेहूं पीसने के लिए महिलाएं चक्की चलाती थी लेकिन अब इलेक्ट्रिक चक्कियों से गेहूं पीसा जाता है इसलिए छोटी उम्र में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनके खान-पान और दिनचर्या का विशेष ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है. ये तो सभी भलीभांति जानते हैं कि योग सेहत के लिए बेहद फायदेमंद रहता है. बचपन से ही यदि बच्चों में योग करने की आदत डाली जाए तो उनका शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास भी तेजी के साथ होता है. कार्यक्रम में योग के प्रति लोगों को जागरूक करने और स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए योग आयोग के गठन की मांग को लेकर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि इसको लेकर प्रस्ताव बनाया जाएगा. सरकार के स्तर पर कैबिनेट की बैठक में इसको रखा जाएगा. व्यायाम, खेलकूद और संस्कार जो ऊर्जा मिलती है जो हमारे शरीर को स्वस्थ संतुलित रखने में मदद करते हैं. मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि लोगों को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए.
बहरहाल, योग दुनिया को भारतवर्ष की अनोखी और अनूठी देन है. योग से निरोगी काया मिलने के साथ असाध्य रोगों का निवारण भी होता हैं. शरीर चुस्त-दुरुस्त बना रहता है और उसकी कार्यक्षमता में इजाफा होता है. शरीर के साथ मन का व्यायाम ही योग है. इस योग साधना को विश्व में यश मिले और शहर को विश्व स्तर पर नई पहचान मिले इसलिए 25 घंटे तक योग करने का संकल्प किया था लेकिन उससे अधिक समय तक योग का रिकॉर्ड कायम किया.