Jaipur : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में योग नृत्य सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिसमें 1500 से अधिक विद्यार्थियों, अध्यापकों, और आम लोग शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आयुष सचिव पूनम ने योग की स्वास्थ्य उपयोगिता को लेकर कहा कि सभी को योग को अपने जीवन में अपनाना चाहिए. 


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उन्होंने कहा कि इसी तरह हम भी कभी स्कूल कॉलेज में पढ़ा करते थे. कॉलेज की लाइफ अलग ही होती है. इसे जी भरकर जी लो. उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य नहीं होना चाहिए. आज जरूरत है स्वास्थ्य एवं चिकित्सा होना चाहिए. स्वास्थय पहले आना चाहिए. कोरोना के बाद सभी ने मान लिया कि योगा का जीवन में कितना महत्व है. हमें अपनी जीवनशैली को बदलना चाहिए.



सचिव पूनम ने कहा कि स्टूडेंट्स को इस चीज को मन से निकाल देना चाहिए कि पहले एमबीबीएस वाले हैं हम दूसरे नंबर पर है. आपसे ऊपर कोई नहीं है. 20 साल बाद देखना आप ऊपर होंगे और आपके अनुसार लोग जीवन जिएंगे. पहले तो मुझे भी इतनी इसकी समझ नहीं थी, लेकिन आयुर्वेद में आने के बाद इसको गइराई से देखा और समझा. 



आप का पंचकर्म तो गजब है. एनआईए के वीसी प्रो संजीव शर्मा ने कहा कि संस्थान प्रांगण से बडी चौपड़ हवामहल तक एक योग चेतना रैली का आयोजन हुआ. रैली में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान और अपेक्स इंस्टिट्यूट के विद्यार्थी, अधिकारी, और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास सफल रहा.



योग दिवस पर जंतर मंतर पर होगा कार्यक्रम



वीसी प्रो संजीव शर्मा ने कहा कि 21 जून को जन्तर-मन्तर प्रांगण में सुबह 6 बजे योग कार्यक्रम किया जाएगा. जहां पर बड़ी संख्या में लोग योगाभ्यास करेंगे. यहां लोगों के लिए निशुल्क एंट्री रखी गई है. इस आयोजन का उद्देश्य योग के प्रति लोगों को जागरूक करना और इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है.