Jaipur News : उत्कर्ष कोचिंग सेंटर मामले में जोन उपायुक्त ने बच्चों से की बात, छात्राओं ने किया ये बड़ा खुलासा
Jaipur News : जयपुर के मानसरोवर स्थित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में छात्रों के बेहोश होने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है. निगम जोन उपायुक्त और विशेषज्ञ टीम ने दो बार निरीक्षण किया, लेकिन प्रथम दृष्टया कारण स्पष्ट नहीं हो सका. एफएसएल टीम ने सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है. छात्राओं ने कक्ष में `मिर्ची जैसी गंध` महसूस होने की बात कही है. प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोचिंग सेंटर को अस्थाई रूप से सीज कर दिया है. विस्तृत जांच के बाद ही घटना का कारण सामने आएगा.
Jaipur News : मानसरोवर क्षेत्र के उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में छात्रों के बेहोश होने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है. निगम के मानसरोवर जोन उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने मामले की जांच के लिए रिपोर्ट सौंपी है, लेकिन प्रथम दृष्टया घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है. विस्तृत जांच जारी है. घटना की सूचना मिलते ही कल शाम प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन कोचिंग सेंटर बंद मिला. जांच के दौरान आसपास की सीवर लाइन और अन्य संभावित कारणों का निरीक्षण किया गया, जो सामान्य पाए गए.
दूसरी बार किया गया निरीक्षण
आज फिर जोन स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. जांच के दौरान पाया गया कि घटना दूसरी मंजिल के कक्ष में हुई. वहां कोई सीवर की बदबू, इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट या ऐसी सामग्री नहीं मिली, जिससे घटना का कारण स्पष्ट हो सके.
एफएसएल टीम ने लिए सैंपल
घटनास्थल पर पहुंची एफएसएल टीम ने सैंपल एकत्रित किए हैं. अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत जांच के बाद ही घटना के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा.
छात्राओं ने बताई ‘मिर्ची जैसी गंध’
जोन उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने मेट्रोमास अस्पताल पहुंचकर प्रभावित छात्राओं से बातचीत की. छात्राओं ने बताया कि घटना के समय उन्हें कक्ष में "मिर्ची जैसी गंध" महसूस हो रही थी, जिसके बाद वे बेहोश हो गईं.
कोचिंग सेंटर अस्थाई रूप से सीज
टना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने उत्कर्ष कोचिंग सेंटर को अस्थाई रूप से सीज कर दिया है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने और जांच प्रक्रिया में समय लगने की संभावना के चलते यह कदम उठाया गया है.
जांच जारी, जल्द होगा खुलासा
प्रशासन का कहना है कि विस्तृत जांच के बाद ही घटना के असली कारणों का पता चल पाएगा. इस घटना ने कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.