Jaipur News: देशभर में शारदीय नवरात्र का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जा रही हैं. जयपुर के छोटी काशी में भी दुर्गा माता के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की होड़ लगी हुई है. चाहे आमेर स्थित शिला माता की मंदिर हो या फिर राजा पार्क स्थित वैष्णो देवी माता मंदिर हो, सभी मंदिरों में भक्तों की सैलाब उमड़ रही है. नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की आज पूजा अर्चना की जा रही है. 


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वैष्णो देवी माता मंदिर के पुजारी ने बताया आज शारदीय नवरात्र का सातवां दिन है. जिसे नवरात्रि में सप्तमी के दिन से भी जाना जाता है. आज शनिवार सप्तमी के दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा होती है. मां कालरात्रि को, कालरात्रि इसलिए बोला जाता है क्योंकि इनका वर्ण अंधकार की भांति काला है. 


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मां कालरात्रि का विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्तों को कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होती है. माता का यह स्वरूप उपासकों को काल से बचाता है. माता कालरात्रि अपने भक्तों को क्रोध का इस्तेमाल अपनी सफलता में करने की प्रेरणा देती हैं. मां कालरात्रि नकारात्मक शक्तियों को दूर करती हैं. कालरात्रि मां को सभी सिद्धियों की भी देवी कहा जाता है. 


मंदिर के महंत ने बताया सुबह मंगला आरती से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर के पट खुलते ही मंगला आरती के समय बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु मौजूद रहे. इसी के साथ मंगला आरती के बाद भोग के समय मंदिर के पट बंद कर माता को भोग लगाया गया. भोग लगने के बाद नौ कन्याओं की पूजा कर उन्हें सबसे पहले प्रसाद ग्रहण करवाया. उसके बाद भक्त जनों को प्रसाद वितरित किया गया. 


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मंदिर में आने वाले भक्तों ने बताया वह विशेष तौर पर चैत्र और शारदीय नवरात्रों में मां वैष्णो देवी मंदिर में देवी के दर्शन करने जरूर आते हैं. मां वैष्णो देवी से वह जो भी मनोकामना माँगते हैं, वह उनकी पूरी होती है. इस कारण इस मंदिर को बहुत महत्व दिया जाता है.