Jaipur: चांदी की टकसाल स्थित रामप्रसाद मीाना सुसाइड मामले में तीन अफसरों पर गाज गिरने के बाद जांच रिपोर्ट भी तैयार हो गई हैं. नगर निगम हेरिटेज के एडिशनल कमिश्नर राजेन्द्र वर्मा की अध्यक्षता में गठित जांच समिति ने इसकी रिपोर्ट आयुक्त विश्राम मीना को सौंप दी हैं.


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जांच कमेटी ने गिरधारी मंदिर के अतिक्रमणों और अवैध निर्माणों को लेकर जांच की.निगम अफसरों की माने तो कमेटी ने जांच रिपोर्ट में अस्थाई अतिक्रमण को ध्वस्त करने की सिफारिश की है.जबकि स्थाई अतिक्रमणों को सील करने की बात कही है.रामप्रसाद आत्महत्या मामले को लेकर सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ प्रशासन की वार्ता में सालों पुराने गिरधारी मंदिर के हेरिटेज स्वरूप से छेड़छाड़, अवैध निर्माण और मंदिर के परकोटे में हो रही व्यावसायिक गतिविधि की जांच कर अवैध निर्माण हटाने पर सहमति बनी थी.


तब प्रशासन ने अवैध निर्माण की 15 दिन में जांच करने का समय दिया था. इसे लेकर निगम आयुक्त ने अतिरिक्त आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था.गौरतलब है कि इस मामले में निगम हैरिटेज विजिलेंस विंग के उपायुक्त नीलकमल मीना, हवामहल-आमेर जोन उपायुक्त दिलीप शर्मा को एपीओ किया जा चुका हैं. वहीं विजिलेंस विंग के सीआई नीरज तिवाड़ी को निलंबित किया जा चुका हैं.


बता दें कि चांदी की टकसाल पर रामप्रसाद मीना सुसाइड मामले के बाद अफसरों पर गाज गिरने का सिलसिला जारी हैं. मंत्री महेश जोशी समेत अन्य लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर आत्महत्या के मामले में सरकार ने दो अधिकारियों पर एक्शन लिया है. गृह विभाग ने नगर निगम हैरिटेज में नियुक्त उपायुक्त विजिलेंस नीलकमल मीणा और स्वायत्त शासन निदेशालय ने हवामहल-आमेर जोन उपायुक्त दिलीप कुमार शर्मा को एपीओ कर दिया.


 


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