Jaipur News: डेयरी बोर्ड और डेयरी प्रबंधन की कारगुजारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. दुग्ध संकलन समितियों का आरोप है कि डेयरी बोर्ड और मैनेजमेंट द्वारा पशुपालकों और दुग्ध संकलन समितियों का शोषण किया जा रहा है. डेयरी प्लांट में अधिकारी पशुपालकों के दूध की गुणवत्ता में खुलेआम मनमानी कर रहे हैं, जबकि प्रबंधन और बोर्ड द्वारा रसूखदार लोगों के पानी के टैंकरों के लिए भी दूध की कीमत का भुगतान किया जा रहा है. 


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दुग्ध संकलन समितियों का आरोप
दुग्ध संकलन समितियों का आरोप है की कौथून दुग्ध डेयरी में डेयरी के चेयरमैन के परिजनों का सीधा जुड़ाव है, जबकि कौथून दुग्ध संकलन समिति के एक महीने में पांच से ज्यादा टेंकर अमानक पाए गए हैं, लेकिन डेयरी प्रबंधन और डेयरी प्रशासन द्वारा कौथून दुग्ध संकलन समिति को ब्लैक लिस्ट कर कानूनी कार्रवाई करने के बजाय चेयरमैन के रिश्तेदारों को पूरा भुगतान किया गया है. 


दुग्ध संकलन समितियों का आरोप है की डेयरी प्रबंधन द्वारा बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है. जिसमें पशुपालकों से दूध खरीदते समय कम फेट दिखाकर कम भुगतान किया जाता है, जबकि रसूखदार लोगों को पानी के टैंकरों का दूध की कीमत में भुगतान कर चहतों को रेवड़िया बांटी जा रही है.


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जयपुर सरस डेयरी प्लांट में समिति द्वारा सीबीआई जांच की मांग के साथ ही एसीबी मुख्यालय में भ्रष्टाचार जांच के लिए परिवार दिया है. जयपुर सरस डेयरी एमडी कुलराज मीणा ने बताया कि दूध टैंकर की जांच करने के बाद ही डेयरी में अंदर लिया जाता है. जांच में एक टैंकर में दूध में अनियमितता मिलने पर टैंकर को ऑफ रूट कर दिया है. दूध में बदबू आने को लेकर जांच के लिए कमेटी बना दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.