जयपुराइट्स को मिली दिवाली से पहले गिफ्ट, मानसरोवर में 52 एकड़ में सिटी पार्क की सौगात
Jaipur: दिवाली से पहले पिंकसिटी में 52 एकड भूमि पर बने बहुप्रतिक्षित मानसरोवर सिटी पार्क का आज मुख्यमंत्री गहलोत ने फीता काटकर लोकार्पण कर जयपुराइट्स के लिए सौगात दी. जयपुराइट्स अब सिटी पार्क में बने 3.52 किमी का जॉगिंग ट्रैक पर म्यूजिक के बीच वॉक करते हुए स्वच्छ आबोहवा ले सकेंगे.
Jaipur: दिवाली से पहले पिंकसिटी में 52 एकड भूमि पर बने बहुप्रतिक्षित मानसरोवर सिटी पार्क का आज मुख्यमंत्री गहलोत ने फीता काटकर लोकार्पण कर जयपुराइट्स के लिए सौगात दी. जयपुराइट्स अब सिटी पार्क में बने 3.52 किमी का जॉगिंग ट्रैक पर म्यूजिक के बीच वॉक करते हुए स्वच्छ आबोहवा ले सकेंगे. 52 एकड़ जमीन पर बने इस पार्क का गहलोत ने गोल्फ कार्ट में बैठकर अवलोकन किया. गहलोत यहां करीब एक घंटे तक ठहरे और इस दौरान उन्होंने इस अद्भुत पार्क के मन मोह लेने वाले नजारों को अपलक निहारा. इस पार्क की तुलना सिंगापुर के पार्को से करते हुए इसके निर्माण की तारीफ की. इस दौरान गहलोत ने इस पार्क के बहाने भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार और मौजूदा केन्द्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा विधायक अशोक लाहोटी पर भरे मंच से तंज कसे.
सिटी पार्क आमजन के लिए खोल दिया गया
जयपुराइट्स का इंतजार खत्म हो गया हैं. दिवाली से पहले मानसरोवर में आवासन मंडल की ओर से विकसित किया गया सिटी पार्क आमजन के लिए खोल दिया गया हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने फीता काटकर सिटी पार्क का लोकार्पण किया. लोकार्पण कार्यक्रम में पहले मंच से भाजपा विधायक लाहोटी ने मौजूदा कांग्रेस सरकार के काम की तारीफ की, लेकिन उन्होंने द्रव्यवती नदी का काम रोकने के लिए मौजूदा कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताते हुए उसका काम दोबारा शुरू करके पूरा करने की मांग की और जयपुर में सफाई व्यवस्था, सीवरेज, पैचवर्क के काम को लेकर मांग रखी.
मुख्यमंत्री गहलोत पलटवार करते हुए कहा - भाजपा सरकार ने ईआरसीपी को रोकने का काम किया
इस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने मंच से पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने ईआरसीपी, रिफाइनरी, मेट्रो जैसे अहम प्रोजेक्ट्स को रोकने का काम किया. ये उनकी सोच है, लेकिन हमारी सोच बिल्कुल पॉजिटिव है. हमने कभी भाजपा सरकार के प्रोजेक्ट्स का काम नहीं रोका. उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार वैसे ही हमे सहयोग नहीं कर रही. मोदी जी ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की बात कही थी, तब चुनाव थे, लेकिन अब वे इसे राष्ट्रीय परियोजना नहीं बनाना चाहते. इतना ही नहीं उन्होने लाहोटी को इतना तक कह दिया की आपने पिछले एक कार्यक्रम में हमारी बहुत तारीफ की थी लेकिन आज के कार्यक्रम में तारीफ में कंजूसी कर दी, क्योंकि पिछली बार आपने जब हमारी सरकार की तारीफ की तो आपकी पार्टी ने आपकी क्लास ले ली थी. आपकी सरकार में तो किसी भी कार्यक्रम में हमारे जनप्रतिनिधियों को बुलाते तक नहीं लेकिन हमारी सरकार में ऐसा नही हैं. हम सभी जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों में बुलाते हैं. यही नहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी भाजपा विधायक अशोक लाहोटी पर खूब चुटकी ली, उन्होंने कहा कि तुम भले ही भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़े हो, लेकिन आदमी हमारे हो. हमने तुम्हें वहां डेपुटेशन पर भेजा है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- जयपुर का यह सबसे खूबसूरत पार्क
सिटी पार्क की सघन हरियाली, आकर्षक स्कल्पचर्स, रोमांचित कर देने वाली लाइटिंग और प्रदेश के सबसे ऊंचे 213 फीट राष्ट्रीय ध्वज से प्रभावित मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा जयपुर का यह सबसे खूबसूरत पार्क है. इसके बारे में जैसा सुना था यह उससे भी अधिक सुंदर और मनोहारी है. गहलोत ने इस पार्क के निर्माण के लिये राजस्थान आवासन मण्डल के आयुक्त पवन अरोडा को बधाई दी और कहा कि जितने कम समय में उन्होंने अपनी टीम के साथ रात-दिन मेहनत कर इसे विकसित किया है. वह वाकई में काबिले तारीफ है. जयपुरवासियों को इस पार्क का बेसब्री से इन्तजार था जो आज पूरा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की सुन्दर नर्सरी की तर्ज पर जिस सलीके से यह पार्क तैयार किया गया है. यह अद्भुत नजारा ऐसा है मानो सिंगापुर में बैठे हों. उन्होंने कहा कि गत सरकार के समय रोडवेज और आवासन मण्डल जैसी संस्थाओं के ताले लगने की नौबत आ गई थी लेकिन हमारी सरकार की सोच संस्थाओं को ताले लगाने की नहीं उन्हें फिर से मजबूत करने की है. आवासन आयुक्त पवन अरोडा के नेतृत्व में मंडल के अधिकारियों-कर्मचारियों की मेहनत से मंडल फिर से अपने पैरों पर खड़ा हुआ है.
सीएम गहलोत ने नजारे का भरपूर लुत्फ उठाया
गहलोत ने सबसे पहले इस पार्क के प्रमुख आकर्षण मध्यम मार्ग एंट्रेंस प्लाजा के विशाल गुम्बदनुमा स्टील स्ट्रक्चर की भव्यता को देखा और इससे काफी प्रभावित हुए. यहां वाटर बॉडी में गिरते फव्वारों और पानी की बूंदों को देखकर मुख्यमंत्री के कदम ठहर गये और उन्होंने इस नजारे का भरपूर लुत्फ उठाया. आगे बढते ही राजस्थानी आन-बान-शान की प्रतीक वेशभूषा पहने एक ग्रामीण के स्कल्पचर को देखकर वे मंत्रमुग्ध हो उठे. इस स्कल्पचर के साथ उन्होंने सेल्फी भी ली और वॉकिंग ट्रेक पर करीब 100 मीटर पैदल चलकर मध्यम मार्ग प्लाजा, अन्य स्कल्पचर्स, विशिष्ट कलाकृतियों के साथ ही फ्लॉवर शो एरिया को निहारा. यहां 20 फीट चौडे वॉकिंग ट्रैक पर मधुर संगीत के बीच घूमने को उन्होंने अविस्मरणीय अनुभव बताया.
आवासन आयुक्त पवन अरोडा ने मुख्यमंत्री को बताया की करीब 3.5 किलोमीटर लम्बे इस ट्रैक पर भ्रमण करते हुए विजिटर्स लाइट म्यूजिक का आनंद उठा सकेंगे. मुख्यमंत्री ने विदेशी तर्ज पर बनी वाटर हट को देखा और कहा कि पार्क में घूमने आने वाले लोगों के लिये जिस कॉन्सेप्ट पर सुविधा देने का प्रयास मण्डल ने किया है वह अद्भुत है. कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि आज आवासन मण्डल न केवल अपने पैरों पर खडा हुआ है बल्कि दौडने लगा है. जो सम्पत्तियां बिक नहीं रही थी. पारदर्शिता से उनका ऑक्शन कर और बकाया लीज की वसूली सहित राजस्व अर्जन के प्रयासों के माध्यम से आर्थिक स्थिति को मजबूत किया गया.
15 आवासीय योजनाओं में निर्मित 2967 आवासों का लोकार्पण किया
नतीजा यह है कि आज मण्डल कोचिंग हब, विधायक आवास, कान्स्टीट्यूशन क्लब जैसे लीक से हटकर प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है. विधायक अशोक लाहोटी ने भी सिटी पार्क के नजारें को सिंगापुर के समान बताया. मंत्री महेश जोशी, मंत्री सुभाष गर्ग, विधायक बाबूलाल नागर, रफीक खान मेयर मुनेश गुर्जर, मेयर शील धाभाई मुख्य सचिव उषा शर्मा, डीजीपी एमएल लाठर ने भी पार्क का विजिट किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य के 11 विभिन्न शहरों की 15 आवासीय योजनाओं में निर्मित 2967 आवासों का लोकार्पण किया.
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बहरहाल, लंदन के हाइड पार्क और न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की थीम पर "सिटी पार्क" बनाया गया हैं. 52 एकड़ में बने सिटी पार्क से शहर को एक और ऑक्सीजन जोन मिल गया है. सिटी पार्क में मध्यम मार्ग पर निर्मित भव्य एंट्री प्लाजा का गुम्बदनुमा स्टील स्ट्रक्चर, आकर्षक फाउंटेन और राजस्थान का सबसे ऊंचा (213 फीट) राष्ट्रीय ध्वज, इसके पास करीब 2 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में मनोरम लोअर लेक इस पार्क की प्रमुख विशेषता है. पार्क में 20 फीट चौडा और 3.5 किलोमीटर लम्बा जॉगिंग ट्रेक पर लोग आकर्षक लाइटिंग एवं म्यूजिक का आनंद ले सकेंगे.
पार्क 52 एकड़ में बना हुआ है
यह पार्क 52 एकड़ में बना हुआ है, जो सेंट्रल पार्क से भी बड़ा है. हाउसिंग बोर्ड ने मेट्रो का डंपिंग यार्ड हटाकर बनाया है. पार्क के पहले फेज में 55 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. पार्क में एंट्री के लिए 4 गेट हैं. मुख्य एंट्रेस प्लाजा मध्यम मार्ग से होगा. स्टील टेरेस के नीचे फाउंटेन और राजस्थानी संस्कृति को दिखाते हुए मूर्ति के पास सेल्फी प्वाइंट है. 3 हजार वर्गमीटर में मियाबाकी पद्धति से छोटा जंगल बनाया गया है. 3.52 किमी का जॉगिंग ट्रैक, 2000 वर्गमीटर में झील और बैठने के लिए 120 बेंच रखी गई हैं. टॉयलेट ब्लॉक और दो पार्किंग एरिया के अलावा 17 विशिष्ट कलाकृतियां लगाई गई हैं.