जालोर केस: SC आयोग ने CS को दिया नोटिस, जवाब में कही ये बड़ी बात
जिले के सुराणा के निजी स्कूल में तीसरी में पढ़ने वाले 9 वर्षीय बालक इंद्रकुमार मेघवाल की हाल ही में मृत्यु हो गई थी, इसमें परिजनों ने आरोप लगाया था कि इंद्र ने मटकी से पानी क्या पी लिया, शिक्षक छैल सिंह ने भेदभाव करते हुए उसकी पिटाई कर दी.
Jaipur: जालोर की घटना पर SC आयोग ने राजस्थान के मुख्य सचिव को नोटिस देकर घटना पर जवाब मांगा. उसका जवाब मंगलवार को दे दिया गया. चेयरमैन विजय सांपला ने कहा कि जालोर की घटना को लेकर हमने दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर और पुलिस अधिकारियों को आयोग ने बुलाया था.उनका जवाब आ गया है.
ये दिया गया जवाब
मामले में लीपापोती की जा रही है. SC आयोग ने सवाल पूछा कि क्या एक थप्पड़ से किसी जान जा सकती है. सभी तरह के मीडिया से खबरें आ रही हैं कि लड़के को मटके से पानी पीने पर बुरी तरह पीटा गया जिससे उसकी जान चली गयी. हॉस्पिटल ने उनको रेफर किया. हमारे पास कई स्कूल्स में भेदभाव की सूचनाएं आती रही है हमने पहले भी कई बार कहा लेकिन सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया.
क्या था पूरा मामला
जिले के सुराणा के निजी स्कूल में तीसरी में पढ़ने वाले 9 वर्षीय बालक इंद्रकुमार मेघवाल की हाल ही में मृत्यु हो गई थी, इसमें परिजनों ने आरोप लगाया था कि इंद्र ने मटकी से पानी क्या पी लिया, शिक्षक छैल सिंह ने भेदभाव करते हुए उसकी पिटाई कर दी.
इसके बाद उसकी तबियत बिगड़ती गई और 23 दिन बाद बच्चे की अहमदाबाद में उपचार के दौरान मौत हो गई. मामले में राजनीतिक तूल पकड़ लिआ और कई मंत्रियों का सुराणा गांव का दौरा रहा. जिसमें एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा सामाजिक न्याय मंत्री टीकाराम जूली, श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई, युवा बोर्ड के चेयरमैन पवन गोदारा, अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर विधायक और पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने गांव का दौरा कर परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और ढांढस बंधाया. सरकार से मिलने वाली हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया.
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