जयपुर : गुजरात के वडगाम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को आज रविवार को जयपुर हवाई अड्डे पर एक विमान से उतरते ही हिरासत में ले लिया गया. जिग्नेश यहां नागौर में एक सभा को संबोधित करने आए हुए थे, लेकिन जयपुर पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने उनके जयपुर में घूमने पर भी पाबंदी लगा दी है. 


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पुलिस ने बताया कि नागौर के मेर्टा सिटी में मेवाणी को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाना था. पुलिस ने कानून-व्यवस्था को देखते हुए मेर्टा समेत जयपुर में भी धारा-144 लागू करते हुए किसी भी तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी है. 


दलित विरोध है राजस्थान सरकार
हवाई अड्डे पर रोके जाने पर जिग्नेश ने कहा कि उन्हें नागौर में बाबा साहेब आंबेडकर पर चर्चा के लिए एक कार्यक्रम में जाना था. उन्होंने कहा कि पता नहीं क्यों वसुंधरा राजे सरकार ने उन्हें हवाई अड्डे पर ही रोक लिया और उनके जयपुर में जाने पर ही रोक लगा दी है. जिग्नेश ने कहा कि राजस्थान की सरकार दलित विरोध सरकार है. उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत मनुस्मृति पर व्याख्यान देने के लिए जयपुर आ सकते हैं, लेकिन एक दलित बाबा साहेब के विचारों पर चर्चा के लिए यहां नहीं आ सकता. 



एक ट्वीट में मेवाणी ने बताया, 'अब डीसीपी कह रहे हैं कि मैं जयपुर में भी नहीं घूम सकता और वह मुझसे अहमदाबाद वापस जाने के लिए कह रहे हैं. मुझे मीडिया से बात करने की इजाजत भी नहीं मिली है. यह हैरान करने वाला है.' 


उन्होंने कहा कि यह एक नागरिक के मूलभूत अधिकारों का हनन है. मेवाणी ने कहा कि एक विधायक के साथ जब ऐसा व्यवहार किया जा रहा है तो एक आम नागरिक की क्या हालत होगी, अंदाजा ही लगाया जा सकता है.



बिगड़ सकता है माहौल
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जिग्नेश को इसकी वजह बताते हुए बताया कि जयपुर पुलिस कमिश्नर ने एक आदेश जारी कर उनके सभा में जाने पर रोक लगाई है. इस ऑर्डर में कहा गया है कि जिग्नेश के वहां जाने से कानून-व्यवस्था खराब हो सकती है.