Jodhpur : जोधपुर आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा जोधपुर शहर जिला के सानिध्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन बुधवार को जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के हॉल में किया गया. राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत के मुख्य आतिथ्य में आयोजित विचार गोष्ठी में सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा सहित भाजपा के जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे. संगोष्ठी में आपातकाल में लोकतंत्र की हत्या एवं कांग्रेस की महत्वाकांक्षा को लेकर विचारकों ने अपना अपना उद्बोधन दिया. 


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सांसद गहलोत ने आपातकाल के बारे में बताते हुए कहा कि ये वो दौर था जब कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की थी. 25 जून 1975 के दिन अचानक ही पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री इन्दरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा करने के साथ ही सभी के अधिकार छिन लिए गए. जनसंघ व आरएसएस के लोगो को जेल में डाल दिया गया. उस समय पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेय,लालकृष्ण आडवाणी,भैरोसिंह शेखावत जैसे बडे नेताओं को जेल में डाल दिया गया. मीडिया पर पाबंदी लगा दी गई. 



आज जो राहुल गांधी संविधान की किताबे लहराते हुए कहते है कि लोकतंत्र खतरे में तो वो क्या था जब उनके परिवार ने देश को आपातकाल में धक्कले दिया था संविधान और लोकतंत्र की हत्या तो 50 साल पहले की गई. भाजपा की ओर से पूरे देश में आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया जाता है. उस समय जो मंजर था जेलों में यातनाए देने का काम हुआ वो कभी नही भूला जा सकेगा. 



25 जून 1975 को आपातकाल और 15 जुलाई 1975 को भय मिटाओं आंदोलन शुरू करते हुए हम लोगो ने गिरफ्तारिया देनी शुरू कर दी . उस दौर में जो यातनाए दी गई वो आज भी मेरे जेहन में जिंदा. कांग्रेस लोकतंत्र की बात करती है लोकतंत्र की बात करने का भी अधिकार नही होना चाहिए कांग्रेस के पास जो आपातकाल देश को दिया वो सभी के लिए काला दिन था. केवल लोकतंत्र और संविधान की बाते कर रहे है लेकिन अगर सही मायने में लोकतंत्र बचाने का काम आज भाजपा की ओर से किया जा रहा है.



Reporter- Rakesh Kumar Bhardwaj