Jaipur News : कोटपूतली बहुचर्चित विकास प्रजापत मौत मामले में पुलिस ने एफआर लगा दी है. पुलिस ने घटनाक्रम को दुर्घटना करार दिया है. वहीं 129 दिन से धरने पर बैठे पीड़ित परिवार व संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पुलिस व क्षेत्रीय विधायक पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है. पीड़ित परिवार ने कहा कि कोर्ट में विकास की हत्या के सबूत पेश करेंगे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. धरने पर बैठी मृतक विकास की चारों बहनों ने नम आंखों से धरना उठाने की पुष्टि की, और कहा कि राजस्थान सरकार हमें न्याय नहीं दे पाई.


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गौरतलब है कि 4 नवंबर 2022 की शाम बड़ाबास मोहल्ला निवासी विकास प्रजापत अपने दोस्तों के साथ शादी में जाने के बात कहकर घर से निकला था लेकिन अगले ही दिन उसका शव बीडीएम अस्पताल की मोर्चरी में मिला था. मृतक विकास के शरीर पर चोट के निशान थे. शरीर से अंडर गारमेंट, जूते व मोबाइल भी गायब था. इस पूरे प्रकरण को लेकर पीड़ित परिवार ने 5 नवंबर को ही विकास के दोस्तों पर हत्या का नामजद मामला दर्ज करवा दिया था. लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने 5 दिन तक घटनास्थल पर ना ठीक से साक्ष्य जुटाए और ना ही FSL टीम को बुलाया. पुलिस ने पीड़ित परिवार को विकास की मौत एक निर्माणाधीन ईटों का पिल्लर गिरने से होना बताया है.


आपको बता दें कि पीड़ित परिवार लगातार पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत होने और जांच को भटकाने का आरोप लगाता रहा है. पीड़ित परिवार के द्वारा कोटपूतली के आजाद चौक पर धरना देकर मामले में सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी. मामला विधायक निर्मल कुमावत के द्वारा विधानसभा में भी उठाया गया लेकिन कोटपूतली क्षेत्रीय विधायक व सरकार में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने धरना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार की कोई सुध नहीं ली.


मामले को लेकर कुम्हार महासभा प्रदेश अध्यक्ष किशोर दुल्हेपुरा ने क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र यादव को घेरा है और कहा है कि जिस प्रकार क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र यादव ने प्रजापत समाज के साथ भेदभाव किया है. आगामी विधानसभा चुनाव में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.


Reporter- AMIT YADAV


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