राजस्थान के चीफ जस्टिस बनने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीसरे जज है जस्टिस पंकज मित्तल, कल लेंगे शपथ
Rajasthan High Court chief justice Pankaj Mittal : जस्टिस पंकज मित्तल राजस्थान हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस होंगे. जो शुक्रवार को शपथ लेंगे. पंकज मित्तल इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीसरे जज होंगे जो राजस्थान के मुख्य न्यायाधीश बने. राजस्थान के 40 वे मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए जस्टिस पंकज मित्तल शुक्रवार को राजभवन में पद की शपथ लेंगे, शपथग्रहण समारोह से पूर्व जस्टिस मित्तल ने राज्यपाल कलराज मिश्र से शिष्टाचार मुलाकात की है.
Rajasthan High Court chief justice Pankaj Mittal : राजस्थान हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश का शपथग्रहण समारोह शुक्रवार शाम 4 बजे राजभवन में आयोजित होगा. मूल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस पंकज मित्तल राजस्थान के 40 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनियता की शपथ लेंगे. राज्यपाल कलराज मिश्र उन्हे पद की शपथ दिलाऐंगे. समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही कई कैबिनेट मंत्री, राजस्थान हाईकोर्ट के जज, जस्टिस पंकज मित्तल के परिजन और विधि जगत की हस्तियां शिरकत करेगी.
राज्यपाल से की मुलाकात
शपथग्रहण समारोह से एक दिन पूर्व नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश पंकज मित्तल ने राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से शिष्ट्राचार मुलाकात की. इस दौरान जस्टिस मित्तल ने राज्यपाल को गुलदस्ता भेंट किया.जस्टिस मित्तल ने करीब आधे घण्टे तक राज्यपाल के साथ चर्चा की. गौरतलब है कि राज्यपाल कलराज मिश्र भी उत्तरप्रदेश राज्य से आते है.
चीफ जस्टिस बनने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीसरे जज
इतिहास में ये तीसरी बार है जब इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज राजस्थान हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश का पद संभालने जा रहे हैं….1949 में राजस्थान हाईकोर्ट की स्थापना के समय जस्टिस के के वर्मा को राजस्थान का पहला मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था, जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहने के बाद राजस्थान आए थे…उनका कार्यकाल 29 अगस्त 1950 से 24 जनवरी 1950 तक रहा था.
26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू होने के बाद गठित राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर जस्टिस कैलाश नाथ वाचू को नियुक्त किया गया था. वे 2 जनवरी 2051 से 10 अगस्त 2058 तक राजस्थान के मुख्य न्यायाधीश रहे. बाद में वे 12 अप्रैल 1967 को देश के 10 वे मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे.
इसके विपरित आजादी के बाद से अब तक इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले एकमात्र जज पूर्व मुख्य न्यायाधीश् जस्टिस गोविंद माथुर रहे है. वे 14 नवंबर 2018 से 13 अप्रैल 2021 तक इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे थे.
कॉलेजियम ने की थी तबादले की सिफारिश
जस्टिस पंकज मित्तल को जम्मू कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट मुख्य न्यायाधीश से राजस्थान में तबादले के जरिए भेजा गया है. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 सितंबर को हुई बैठक में इनके तबादले की सिफारिश केन्द्र को भेजी थी, कॉलेजियम की सिफारिश को केन्द्र की मंजूरी के बाद राष्ट्रपति की ओर से 10 अक्टूबर को नियुक्ति वारण्ट जारी किया गया था. नियुक्ति वारण्ट जारी होने के बाद जस्टिस मित्तल बुधवार देर शाम जयपुर पहुंचे थे.
इलाहाबाद में पले, मेरठ से खास लगाव
पंकज मित्तल का जन्म 17 जून 1961 को यूपी के इलाहाबाद में हुआ था. मेरठ औऱ इलाहाबाद में पंकज मित्तल का पूरा बचपन बीता है. यहीं से उन्होंने स्कूली शिक्षा भी ली है जस्टिस पंकज मित्तल ने साल 1982 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद 1985 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध मेरठ के एक कॉलेज से एलएलबी को कोर्स किया.इसी साल उन्होंने उत्तरप्रदेश बार काउंसिल में प्रैक्टिस शुरू की।
7 जुलाई 2006 को पंकज मित्तल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के रूप में भी नियुक्त हुए। इन्हें दो साल बाद स्थाई कर दिया गया था। पंकज मित्तल यूपी आवास विकास परिषद समेत कई संस्थानो के स्थायी गर्वमेंट काउंसिल के सदस्य भी रहे हैं। साल 2021 में पंकज मित्तल जम्मू कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त हुए.इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज के रूप में नियुक्त होने से पूर्व तक वे यूपी आवास विकास परिषद और अंबेडकर विश्वविद्यालय सहित कई संस्थानो के स्थायी गर्वमेंट काउंसिल रहें.