Kirodi Lal Meena : राजस्थान में पेपर लीक को लेकर सियासत लगातार गरमाई हुई है. इसी बीच राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सियासी तपिश और बढ़ा दी है. विधानसभा घेराव के लिए अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ निकले किरोड़ी लाल मीणा को जयपुर पुलिस ने घाट की गुनी टनल से पहले ही रोक लिया. प्रशासन और सरकार के साथ किरोड़ी की वार्ता भी हुई लेकिन विफल रही. जिसके बाद किरोड़ी अपने समर्थकों के साथ हाईवे पर ही डटे हुए हैं. 


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किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राज्य के बेरोजगार युवाओं के मुद्दो पर सरकार से हमारी वार्ता असफल रही है ,लेकिन आमजन को कोई परेशानी न हो इसलिए राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिया है. युवाओं को वापस लौटने का आह्वान किया है. मैने संगठन से अनुमति प्राप्त कर निर्णय लिया है कि मैं धरने पर बैठा रहूंगा.


 



किरोड़ी ने कहा कि सदन में सरकार ने पेपर लीक प्रकरण की CBI जांच देने से माना कर दिया है, जबकि पेपर लीक मामले में ही सरकार ने अपने जरोली और दूसरे बड़े अधिकारियों को हटाया था. ऐसे में जब तक पेपर लीक प्रकरण की CBI जांच नहीं दी जाती। तब तक हम यहीं धरने पर बैठे रहेंगे.


आपको बता दें कि इस समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. अशोक गहलोत  सरकार का ये आखिरी बजट है. ऐसे में सरकार पर इसी सत्र में इस पर कानून लाने की मांग की जा रही है. विधानसभा में बिल लाकर सरकारी भर्तियों में स्थानीय लोगों के लिए 75 प्रतिशत कोटा तय किया जा सकता है. देश के कई दूसरे राज्यों की सरकारों ने भी ऐसा ही प्रावधान किया है. 


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