मासूमों के साथ DGP के बंगले पर पहुंचे किरोड़ी, तो कोटखावदा मामले में तुरंत दर्ज हुई FIR
Kirorilal meena reached DGP: जयपुर जिले के कोटखावदा हादसे को लेकर सांसद किरोड़ीलाल मीणा और स्थानीय लोगों ने शवों के साथ धरना शुरू किया. इधर एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो सांसद किरोड़ीलाल मीणा मृतक परिवार की मासूम बेटियों के साथ गुहार लगाने डीजीपी उमेश मिश्रा के सरकार बंगले पर जयपुर पहुंचे.
kotkhawada accident, Kirorilal meena reached DGP : जयपुर जिले के कोटखावदा में रविवार को जीप चालक के कुचलने से चार जनों की मौत हो गई. हादसे को लेकर सांसद किरोड़ीलाल मीणा और स्थानीय लोगों ने शवों के साथ धरना शुरू किया. इधर एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो सांसद किरोड़ीलाल मीणा मृतक परिवार की मासूम बेटियों के साथ गुहार लगाने डीजीपी उमेश मिश्रा के सरकार बंगले पर जयपुर पहुंचे. डीजीपी मिश्रा बंगले में नहीं थे, लेकिन सांसद मीणा के धरने के बाद पुलिस ने आनन फानन में एफआईआर दर्ज की. इसके बाद मीणा मासूमों के साथ वापस कोटखावदा पहुंचे.
सांसद किरोड़ीलाल मीणा गुहार लगाने डीजीपी के बंगले पर पहुंचे
कोटखावदा इलाके में रामनगर रोड पर डोई की ढाणी के रहने वाले मदन की बीमारी से मौत गई थी. इस पर मदन की पत्नी सुनीता, बेटा गोलू, विक्की, बड़ा भाई सीताराम और उसकी पत्नी अनिता हरिद्वार गए थे. हरिद्वार से अंतिम क्रिया कर लौट रहे परिवार के इन छह लोगों को कोटखावदा के पास थार जीप ने कुचल दिया. हादसे में सुनीता (27) पत्नी मदन, उसके बेटे गोलू (15) और जेठ सीताराम (40) पुत्र बद्री की मौके पर मौत हो गई. वहीं इलाज के दौरान अनिता (37) पत्नी सीताराम ने भी दम तोड़ दिया। इधर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर शव के साथ लोगों ने प्रदर्शन कर दिया.
किरोड़ी लाल मीणा ई रिक्शा पर बैठ दिया धरना
इस बीच कोटखावदा हादसे के मामले में राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सोमवार दोपहर मदन की बेटी आरती और सीताराम की बेटी पूजा के साथ डीजीपी उमेश मिश्रा के बंगले के बाहर पहुंचे. डीजीपी मिश्रा बंगले में नहीं थे, लेकिन किरोड़ी लाल मीणा ने बंगले के बाहर ई रिक्शा में धरना शुरू कर दिया. इधर, धरने पर पुलिस में हड़कंप मच गया और आनन फानन में पुलिस बल मौके पर पहुंचा. सांसद मीणा ने आरोप लगाया कि चार लोगों की हत्या कर दी गई लेकिन किसी तरह से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई. इसलिए हम लोगों को धरने पर डीजीपी के बंगले के बाहर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है.
आनन फानन में पुलिस बल मौके पर पहुंचा
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि भले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि थाने में कोई भी परिवादी एफआईआर (FIR) दर्ज करवाने के लिए पहुंचता है तो उसकी एफआईआर दर्ज हो जाती है लेकिन अभी तक मृतक के परिजनों की तरफ से एफआईआर दर्ज नहीं की गई. मीणा का कहना है कि बड़ी बात यह है कि खुद एसपी वहां पर मौजूद है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो हम लोग डीजीपी के बंगले के बाहर बैठे हैं अगर हम लोगों की यहां पर सुनवाई नहीं होती है तो बड़ा आंदोलन यहां से किया जाएगा.
शवों का अंतिम संस्कार करो, तब करेंगे FIR
सांसद मीणा के साथ आई हादसे में बची मासूम आरती ने कहा कि जीप चालक ने कई चक्कर लगाकर फिर हमारे पर गाडी चढ़ा दी. मैं उछलकर दूर गिर गई और मेरी मम्मी, भाई मौसी और काका की मौत हो गई. हादसे के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की, वहीं धमका रहे हैं कि पहले अंतिम संस्कार करो, फिर एफआईआर दर्ज करेंगे. वहीं पूजा ने भी यही बात दोहराई कि हमने माता पिता को खो दिया और पुलिस कार्रवाई के बजाय हम पर दबाव बना रही है.
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पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को समझाने की कोशिश की और धरना हटाने के लिए कहा, हालांकि मीणा ने एफआईआर दर्ज होने तक धरने पर बैठे रहने की बात कही. पुलिस अधिकारियों ने डीजीपी से सांसद मीणा की बात करवाई. इसके बाद डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले में एफआईआर दर्ज होने की बात कही. इसके बाद मीणा ने आमेर के एक और मामले में एफआईआर दर्ज होने की बात कही.