Owner of Moon: आपने कई बार सुना होगा कि इंसान ने चांद पर जमीन खरीद ली है, लेकिन क्या आपको पता है इसका मालिक कौन है और यहां पर कैसे जमीन खरीदी जाती है ?  चांद हमारे सौर मंडल का एकमात्र ऐसा उपग्रह है, जो प्राकृतिक है. 


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चांद पृथ्वी के सबसे पास है, जिसका व्यास करीब 3,474 किमी है. चांद पर कोई वातावरण नहीं है. इसका गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का एक-छठा हिस्सा है. बता दें कि चांद पर जीवन जीना मुमकिन नहीं है और कोई इसका मालिक नहीं है.  


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एक जैसा अधिकार 
साल 1967 में अंतरिक्ष संधि पर 109 देशों ने हस्ताक्षर किए थे. इसके अनुसार, अंतरिक्ष और उसके सभी प्राकृतिक संसाधनों पर हर मनुष्य का एक जैसा अधिकार है यानी यह सार्वजनिक संपत्ति है, जिसके मुताबिक कोई देश या इंसान अंतरिक्ष में किसी भी अपनी संपत्ति का दावा नहीं कर सकता है. 


कोई कानून आधार नहीं 
हालांकि कई कंपनियों के द्वारा चांद पर जमीन बेची जा रही है. इसको लेकर इन कंपनियों का कहना है कि वे अंतरिक्ष संधि का उल्लंघन नहीं कर रही हैं, वे केवल जमीन की बेच रही, कोई स्वामित्व नहीं. बता दें कि चांद पर जमीन खरीदने के लिए कोई कानून आधार नहीं दिए गए हैं. 


चांद पर जमीन खरीदना पड़ेगा भारी 
वहीं, अंतरिक्ष संधि के मुताबिक, चांद पर जमीन होने का कोई भी व्यक्ति या देश दावा नहीं कर सकता है इसलिए चांद पर जमीन खरीदना एक धोखा है. अगर आप भी चांद पर जमीन खरीदने की सोच रहे हैं, तो इससे बचें क्योंकि यह केवल एक धोखा है. इससे आपका भारी नुकसान हो सकता है. 


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ये हैं चांद पर जमीन खरीदने के नुकसान 


  • आप अपना पैसा खो सकते हैं.

  • जमीन को कानूनी रूप से मान्यता नहीं दी जा सकती है. 

  • आप अपने स्वामित्व अधिकारों को लागू करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं.