Kotpuli, Jaipur News: विगत 09 नवंबर की रात को राजधानी जयपुर के भांकरोटा थाना क्षेत्र स्थित विशिष्ठ न्यायाधीश (एनडीपीएस) कृष्ण स्वरूप चलाना, जयपुर महानगर प्रथम के निजी निवास पर सहायक न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा (34) द्वारा आत्मदाह कर आत्महत्या कर लेने का प्रकरण गहराता ही जा रहा है. हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है. वहीं, परिजनों समेत न्यायिक कर्मचारी इसे एक निर्मम हत्या करार दे रहे हैं. 


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मामले में लागातार धरना-प्रदर्शन जारी है, इस वजह से घटनाक्रम में विभिन्न मांगों को लेकर न्यायिक कर्मचारी संघर्ष समिति के तत्वाधान में स्थानीय अपर जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर के समस्त न्यायिक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन सामूहिक हड़ताल पर लगातार 10 वें दिन भी बदस्तुर जारी रही. न्यायिक कर्मचारियों में इस संबंध में कोई कार्रवाई न होने से आक्रोश का माहौल है. 


इस दौरान कर्मचारियों ने न्यायालय परिसर में धरना देते हुए घटनाक्रम की जांच सीबीआई से करवाने के साथ-साथ संबंधित न्यायिक अधिकारी व उनके परिजनों एवं अन्य दोषियों के विरूद्ध विधिक एवं कानूनी कार्रवाई किए जाने एवं पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की. कर्मचारियों का कहना था कि जब तक इस संबंध में प्रकरण दर्ज कर जांच को सीबीआई को नहीं भेज दिया जाता, तब तक न्यायिक कर्मचारी सामूहिक हड़ताल पर रहेगें. धरने पर बैठे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की.  


वहीं, कर्मचारियों की हड़ताल के चलते न्यायिक कार्य भी बाधित रहें. इस दौरान पक्षकारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. खासकर उन परिवादियों को जिनके सुनवाई में जमानत का समय हो गया है. इसके कारण बहुत से प्रकरण उलझे पड़े हैं. अब तो कर्मचारियों से आमजन भी हड़ताल खत्म करने को लेकर कहने लग गया है.


प्रदर्शनकारी कर्मचारियों में हरिशरण, भगवत धनवाल, बनवारी यादव, सुभाष वशिष्ठ, चेतन, अशोक यादव, लालचंद, संतोष, सत्येंद्र, हेमन्त, प्रकाश, नरेश, किशोरीलाल, छोटे खान, मनीष, कमल, हेमेंद्र, सुभाष सैनी आदि मौजूद रहे. 


Reporter- Amit Yadav