राजस्थान के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, केंद्र के संपर्क में सरकार: CM गहलोत
Jaipur Samachar: सीएम ने कहा, `ऑक्सीजन टैंकर के लिए भी कहा है लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है. प्रधानमंत्री के साथ वीसी में भी रेमडेसिविर (Remdesivir) और ऑक्सीजन की मांग की थी.`
Jaipur: प्रदेश में कोरोना के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित रिव्यू बैठक में राजस्थान में ऑक्सीजन के क्राइसिस को लेकर मंथन हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है. हम लगातार केंद्र सरकार से संपर्क में है. कई मुख्यमंत्रियों से बात की है. केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है.
सीएम ने कहा, 'ऑक्सीजन टैंकर के लिए भी कहा है लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है. प्रधानमंत्री के साथ वीसी में भी रेमडेसिविर (Remdesivir) और ऑक्सीजन की मांग की थी लेकिन अभी तक इन मांगों को पूरा नहीं किया गया है. यह राजस्थान के लिए चिंता का विषय है.'
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा यही वजह है कि अब राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार से बातचीत के लिए 3 सदस्य समिति का गठन किया है. इसमें मंत्री डॉ रघु शर्मा डॉक्टर बी डी कल्ला और शांति धारीवाल शामिल है. यह पहली बार होगा जब किसी प्रदेश से तीन मंत्री दिल्ली जाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से चर्चा करेंगे. प्रदेश में oxygen और दवाइयों की स्थिति से अवगत कराएंगे.
CM ने कहा हम चाहते हैं हर हाल में राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच संवाद स्थापित रहे. राज्य सरकार की मंशा है कि संसाधनों के अभाव में प्रदेश में किसी भी नागरिक की जान नहीं जानी चाहिए. तीनों मंत्री आज दिल्ली जाएंगे. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर प्रदेश के हालातों पर चिंता जाहिर की.
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सीएम ने कहा, 'प्रदेश में कोविड के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिए अपनी चिंताएं की जाहिर CM ने लिखा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार के साथ दवाइयों और ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए लगातार संपर्क में है. जब तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन सही तरीके से नहीं होगी संक्रमण की चैन नहीं टूट सकती है.'
उन्होंने कहा कि मुख्य बात यह है कि जब तक आमजन जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइंस और कोरोना प्रोटोकॉल का अच्छी तरह से पालन नहीं करेंगे, तब तक इस घातक कोरोना संक्रमण पर काबू पाना संभव नहीं होगा.