Lakhpati Didi Yojana PM Modi : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि मेरा नया लक्ष्य गांव में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है. लखपति दीदी योजना के तहत काम कर रहे स्वयं सहायता समूह का काम देखने के लिए हम पहुंचे हैं. जयपुर के सांगानेर में, जहां विकास राजीविका महिला स्वयं सहायता क्लस्टर सेनेट्री नेपकिन बनाने का काम करती है. महिलाओं ने बताया कि ये योजना क्या है, कैसे महिलाओं को इससे लाभ मिल रहा है, कैसे ये आत्मनिर्भर बन रही है. 


मीना शर्मा बनी लखपति


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जयपुर की मीना शर्मा 2 साल से जय माता दी स्वयं सहायता समूह चला रही है, राजस्थान मरुधरा बैंक ग्रामीण के जरिये बैंक मित्र की सेवाएं दे रहे रही है. ये करीब 1000 से ज्यादा कस्टमर है. वे 50 ग्राहकों का प्रतिदिन लेन देन करती है. महीने में करीब 1000 से ज्यादा ग्राहकों का 1.50 करोड़ रु तक का लेन-देन करती है.


क्या है लखपति दीदी योजना


जानकारी के अनुसार सरकार ‘लखपति दीदी’ योजना के तहत दो करोड़ महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण (स्कील डेवलपमेंट ट्रेनिंग) की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य उन्हें सूक्ष्म उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना है.


लखपति दीदी योजना के तहत 15,000 महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को ड्रोन चलाने और मरम्मत करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. ग्रामीण स्तर पर बने महिलाओं के स्वयं--सहायता ग्रुप्स को तकनीकी कामों में प्रशिक्षित करके उनके लिए रोजगार के अवसर बनाए जाएंगे. 


साथ ही, ड्रोन का इस्तेमाल कृषि क्षेत्र में बढ़ने लगा है. जिससे यह तकनीक खेतों में काम करने वाले बहुत से लोगों के लिए अच्छा अवसर बन सकती है. महिलाएं ट्रेनिंग लेने के बाद अपने खेतों में भी ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर सकती हैं. यह ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाएगा और देश के कृषि-तकनीक क्षेत्र को मजबूत को मजबूत करेगा.


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