Jaipur: जयपुर बीसलपुर पेयजल लाइन में और लीकेज मिले हैं.फर्म के सर्वे में ये रिपोर्ट सामने आई कि मुख्य लाइन में 6-7 लीकेज और मिले है.सुरजपुरा से 5 किलोमीटर की दूरी पर सप्ताह भर से पानी बर्बाद हो रहा है.ऐसे में सवाल ये कि समय पर जिम्मेदार फर्म जीसीकेसी ने पेट्रोलिंग क्यों नहीं की?


5,15,43 किलोमीटर की दूर पर बडे़ लीकेज 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयपुर की लाइफ लाइन इस समय वेंटीलेटर पर है,क्योकि सर्वे में मुख्य लाइन में 6—7 लीकेज और मिले है,जिसमें से 3 लीकेज बडे है.पहला  सूरजपुरा से 5 किलोमीटर की दूरी पर,दूसरा लीकेज 15 किलोमीटर और तीसरा लीकेज 43 किलोमीटर की दूर पर मिला है.इसके अलावा 4 से 5 लीकेज हल्के है.जीसीकेसी फर्म की पेट्रोलिंग के दौरान ये लीकेज मिले है,लेकिन ये लीकेज पहले ही ढूंढ लिए होते तो एक बार फिर से शटडाउन की नौबत ना आती.


हालांकि जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता सतीश जैन ने पिछले दिनों कहा था कि अभी किसी तरह का शटडाउन नहीं लिया जाएगा,लेकिन सवाल ये है कि बिना शटडाउन ये सभी लीकेज कैसे ठीक होंगे?


5 एमएलडी पानी रोजाना बर्बाद


बीसलपुर पाइप लाइन के इन लीकेज की बात करे तो करीब 5 एमएलडी रोजाना पानी लीक हो रहा है.अकेले सूरजपुरा से 7 किलोमीटर की दूरी पर 2-3 एमएलडी पानी बर्बाद हो रहा है.अब जलदाय विभाग को 400 एमएम की पेयजल लाइन में लीकेज रोकने के लिए स्कॉउर वॉल पर 600 एमएम पर जैकेट लगानी है.


ना पेट्रोलिंग,ना मॉनिटरिंग


बीसलपुर लाइन की रख रखाव के लिए जीसीकेसी फर्म को 5 साल के लिए 30 करोड़ का टेंडर मिला था.यानी रख रखाव के लिए फर्म को सालाना 6 करोड रूपए दिए जाते है.लेकिन ना तो पेट्रोलिंग ठीक से हो रही है और ना ही मॉनिटरिंग हो पा रही है.ऐसे में सवाल यही कि लाइन लाइन कब तक वेंटिलेटर पर रहेगी?


ये भी पढ़ें- karauli Weather: सपोटरा में मानसूनी बारिश से बिगड़े हालात,नदी पर बना पुल टूटा,खेत हुए लबालब