Relationship Management: हर घर पर नोकझोंक होना तो आम बात है. कहीं पर पति-पत्नी में नोकझोंक होती है तो कहीं पर माता-पिता में. कहीं पर भाई-बहन में नोकझोंक होती है तो किसी में किसी अन्य रिश्ते में लेकिन सास बहू का रिश्ता ऐसा है, जहां पर आए दिन अनबन होती रहती है. वैसे तो आजकल ऐसे मामले कम देखने को मिलते हैं लेकिन फिर भी इन दोनों की लड़ाई में अक्सर ही एक बेटा और एक पति गेंहू के घुन की तरह पिस कर रह जाता है.


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सास-बहू की लड़ाई में परिवार में अशांति तो फैलती ही है, इसके साथ ही सास के बेटे और महिला के पति का तो मानो सैंडविच ही बन जाता है. जब भी मां और बीवी की लड़ाई होती है तो उसमें सबसे ज्यादा खिंचाई आदमी की होती है. वह बेचारा समझ ही नहीं पाता है कि आखिर इस सिचुएशन में उसे क्या करना चाहिए. दोनों में से बाहर किसी की साइड लेता है तो दोनों ही अपने-अपने गाल फुलाकर लेकर बैठ जाती हैं. अगर पति पत्नी की साइड लेता है तो उसकी मां बुरा मान जाती हैं लेकिन अगर वह मां की साइड लेता है तो उसकी पत्नी का मुंह गुब्बारे की तरफ फूल जाता है. ऐसे में आदमी को क्या करना चाहिए इसके बारे में बेहद शानदार जवाब दिया है श्री श्री रविशंकर ने. उन्होंने इस कठिन मौके से बचने का शानदार तरीका बताया है.


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आजकल सोशल मीडिया पर श्री श्री रविशंकर का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने बताया है कि कैसे अपनी पत्नी और अपनी मां के बीच में संतुलन को बनाया जाना चाहिए. उन्होंने मुस्कुराते हुए जिस तरीके से इस कठिन सवाल को बड़े ही आसान तरीके से बता दिया है, अगर आदमी उसे मानने लगे तो उसके घर में होने वाली सास-बहू की कलह हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी.


दोनों के बीच बोलने की कोई जरूरत नहीं
श्रीश्री रवि शंकर कहते हैं कि अगर आप अपनी पत्नी और अपनी मां के बीच में संतुलन बनाना चाहते हैं तो कभी भी दोनों के बीच में ना आएं. उनके बीच कभी आपको बोलने की कोई जरूरत नहीं है. उन्हें आपस में ही उलझने दें और आपस में ही सुलझाने दें. जो कुछ होता है, आप बस उसे देखते रहें. अगर आप दोनों में से किसी एक की तरफदारी करते हैं तो आप बुरे फंस जाएंगे.


दोनों को आपस में सुलझाने दें बात
श्रीश्री रविशंकर कहते हैं अगर आप कुछ नहीं बोलते हैं तो भी आप मुसीबत में पड़ सकते हैं. उनका कहना है कि अपनी पत्नी और मां के बीच संतुलन बनाना आदमी के लिए एक स्पेशल स्किल होता है. भले ही आप दोनों की लड़ाई के समय कुछ नहीं बोलते हैं लेकिन इससे आप बाद में साइड लेने वाले तानों से बच जाएंगे. फिर वह चाहे मां की साइड लेना हो या फिर अपनी पत्नी की.



कुछ लोग नहीं हैं सहमत
श्रीश्री रविशंकर की मां और पत्नी के बीच लड़ाई को शांत करने की यह सलाह लोगों को काफी पसंद आ रही है. अक्सर ही लोग अपनी मां और पत्नी की नोंक-झोंक से परेशान रहते हैं हालांकि श्री श्री रविशंकर की इस बात से कुछ लोगों ने तो सहमत किया है लेकिन कुछ लोगों का यह भी कहना है कि चुप रहने की जगह पर उस शख्स का साथ देना चाहिए, जो सही हो जरूरी नहीं कि उसे सामने वाले को नीचा ही दिखाया जाए लेकिन दोनों को प्यार से समझाया जा सकता है.