लंदन: लंबी खींचतान और पार्टी नेताओं की बगावत के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. प्रधानमंत्री बनने के 44 दिन के भीतर ही लिज ने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के बाद ट्रस ने कहा कि  मैं अपना काम पूरा नहीं कर पाई और जनादेश पर खरी नहीं उतरी. लिहाजा मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है. हालांकि, वो अगला प्रधानमंत्री चुने जाने तक पद पर बनी रहेंगी.


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ट्रस ने कहा कि आर्थिक अस्थिरता के चलते वो दबाव में चल रही थी. बता दें कि बुधवार को गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमेन ने इस्तीफा दिया था. उससे पहले वित्तमंत्री क्वासी ने भी अपना पद छोड़ दिया था. ट्रस के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता सूनक की दावेदारी मजबूत हो गई है. 


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सांसदों ने बनाया इस्तीफे का दबाव


गुरुवार को  लिज ट्रस ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं जिन वादों के साथ सत्ता में आई थी, उन्हें पूरा नहीं कर सकी. इसका अफसोस है. किंग चार्ल्स को मैंने इस बारे में जानकारी दे दी है कि वो अब पीएम नहीं रहना चाहती हैं. बता दें कि कंजर्वेटिव पार्टी की स्पेशल रूल कमेटी के चेयरमैन सर ग्राहम ब्रेडी ने लिज से मुलाकात करके उन्हें बताया था कि पार्टी में उनके खिलाफ बगावत के सुर बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. लिज ट्रस ने बताया कि पार्टी में उनके खिलाफ माहौल बना हुआ था.


मैं हार मानने वाली नहीं- ट्रस


बुधवार को एक अंग्रेजी मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में ट्रस कहा था कि हम हर वादा पूरा करना चाहते हैं, लेकिन अभी इसमें वक्त लगेगा. इस्तीफे देने के सवाल पर लिज ट्रस ने बताया था कि वह हार मानने वाली नहीं हैं. वह लोगों के लिए काम करना चाहती हैं और इस्तीफे जैसी फिजूल बातों पर वक्त खराब नहीं करना चाहती.उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को आर्थिक मुश्किलों से निकालने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे.