Liquor Shops Closed : इस शहर में शराब की दुकानों पर लग रहे ताले, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
Liquor Shops Closed : कारोबारियों के मुताबिक एक खरीदें एक मुफ्त पाएं` जैसी स्कीम लाकर बाजार में नए ब्रांड्स को बढ़ावा दिया गया और फिर 40 फीसदी की भारी छूट देकर उनके बिजनेस को बहुत नुकसान पहुंचाया गया
Liquor Shops Closed : शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर है देश के इस शहर में शराब की करीब 200 दुकानें बंद हो चुकी हैं. शराब मालिकों को कहना है कि कारोबार सही नही चलने और नई आबकारी नीति के चलते दुकानों को बंद करना पड़ रहा है. इतने बड़े पैमाने पर शराब की दुकानें बंद होने से हर कोई हैरान है.
हम बात कर रहे हैं दिल्ली की जहां शराब के कारोबार पर बड़ा असर पड़ा है. आम तौर पर लिकर शॉप का लाइसेंस लेने के लिए बहुत से लोग अपनी किस्मत आजमाते हैं. वहीं इस मिथ से इतर इतनी दुकानें बंद होने की वजह शराब की इन दुकानों में हुए वित्तीय नुकसान बताया गया है
अधिकारिक आंकड़ा क्या कहता है ?
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने पिछले साल अपनी आबकारी नीति 2021-22 के तहत 849 शराब दुकानों को लाइसेंस जारी किया, लेकिन इस साल मई के आखिर तक यहां सिर्फ 639 दुकानें ही खुली पाई गईं. आबकारी विभाग द्वारा अपनी वेबसाइट पर शेयर किए गए खुदरा शराब दुकानों की नई लिस्ट के मुताबिक, जून के शुरुआती दिनों में ये आंकड़ा घटकर 464 रह गया है.
एक से साथ एक फ्री ऑफर ने किया बंटाधार
एक शराब कारोबारी ने कहा कि खुदरा विक्रेताओं को उपभोक्ताओं को छूट देने की मंजूरी के बाद कुछ बड़ी कंपनियों ने 'एक खरीदें एक मुफ्त पाएं' जैसी स्कीम लाकर बाजार में नए ब्रांड्स को बढ़ावा दिया. फिर 40 फीसदी की भारी छूट देकर उनके बिजनेस को बहुत नुकसान पहुंचाया.
वहीं आबकारी विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि आबकारी नीति 2021 को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया था. 32 में से नौ क्षेत्रों में लाइसेंसधारियों ने अलग-अलग वजहों से अपना लाइसेंस रीन्यू नहीं करवाया. अधिकारियों ने ये भी कहा, '272 नगरपालिका वार्डों में से 100 गैर-अनुरूप थे. जहां दिल्ली मास्टर प्लान नियमों के उल्लंघन के खिलाफ नगर निकायों की कार्रवाई के कारण दुकानें नहीं खुल सकीं.
31 मई को समाप्त हुई आबकारी नीति 2021-22 को आबकारी विभाग ने दो महीने के लिए आगे बढ़ाया था. इस बीच शराब के व्यापारियों ने दावा किया कि बहुत से लाइसेंस धारकों ने एक्सटेंशन लेने का विकल्प नहीं चुना और अपनी दुकानें बंद कर दीं क्योंकि वो पहले से ही ज्यादा लाइसेंस फीस का भुगतान कर रहे थे. शराब व्यापारी ने ये भी कहा, 'दुकान बंद करने के कई कारण थे. जैसे नॉन कंफिर्मिंग वार्डों में शराब की नई दुकानों को खोलना, शराब पर भारी छूट से धंधे में कंपटीशन बढ़ गया और नए ब्रांडों के आ जाने से भी उन्हें दुकान बंद करने जैसा मुश्किल कदम उठाना पड़ा.
(इनपुट: PTI)
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