Lok Sabha Elections 2024: डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन का एलान किया. जो अब कांग्रेस के लिए गले की फांस बनता नजर आ रहा है.  बीएपी और बीजेपी ने पहले ही इस सीट पर प्रत्याशी की घोषणा कर दी थी. कांग्रेस इस सीट को लेकर शुरू से ही असमंजस की स्थिति में नजर आ रही थी. भारत आदिवासी पार्टी ने चौरासी से विधायक राजकुमार रोत को लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन तो दे दिया लेकिन वह अपने प्रत्याशी को मैदान से हटा नहीं सकी. नतीजा ये रहा कि बीएपी ने कांग्रेस का समर्थन लेने से ही मना कर दिया. कांग्रेस सूत्रों की माने तो इस सब के बावजूद  कांग्रेस बीएपी के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने की बात कर रही है. कांग्रेस ने डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर पहले अरविंद डामोर को प्रत्याशी बनाया. वहीं बागीदौरा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कपूर सिंह को कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किया लेकिन इसके बाद कांग्रेस ने नामांकन वापसी के ठीक एक दिन पहले  बीएपी को समर्थन देने का ऐलान किया. 



जिसके बाद कांग्रेस प्रत्याशियों अरविंद डामोर और कपूर सिंह ने नामांकन वापिस लेने से मना कर दिया. नतीजा ये रहा कि  पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. वहीं बीजेपी ने इस सीट पर महेन्द्रजीत मालवीय को प्रत्याशी घोषित किया है..ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस की अंतर्कलह का बीजेपी को फायदा मिल सकता है और कांग्रेस को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ सकता है.



वहीं पूरे मामले पर अरविंद डामोर ने प्रेस वार्ता की.इस प्रेस वर्ता में उन्होंने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए. अरविंद डामोर ने कहा,'' मुझसे नामांकन विड्रॉल कराना था तो जिस दिन नामांकन भरा उस दिन मुझे बता देते मुझे पता होता तो में नामांकन दाखिल ही नहीं करता. मुझे क्यों बेवकूफ बनाकर अर्जुन बामनिया और जिला अध्यक्ष ने फॉर्म भरवाया? 17 साल मेरी और 40 साल के मेरी मां के राजनीति करियर को क्यों दांव पर लगाया? क्यों मुझे बली का बकरा बनाने की कोशिश की गई? कांग्रेस पार्टी ने मुझे निष्कासित किया है.पार्टी चाहती तो पहले बोलती तो मैं फॉर्म ही नहीं भरता.